सुबह में हल्की धुंध के बाद खिली रहेगी धूप, रात में सामान्य से दो-तीन डिग्री नीचे रहेगा तापमान
पटना : 2016 के पहले दिन शुक्रवार को लोगों की मस्ती में मौसम बाधक नहीं बनेगा. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार एक सप्ताह तक मौसम में खास बदलाव के संकेत नहीं हैं. सुबह में हल्की धुंध के बाद दिन में धूप खिली रहेगी और रात का तापमान सामान्य से दो- तीन डिग्री नीचे रहेगा. लेकिन हिमालय से सटे जिलों में मौसम का मिजाज बदलता रहेगा, जिस कारण शीतलहर की भी संभावना है. ऐसे जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है.
नहीं बने रहे बादल
मौसम में बदलाव के कारण रविवार की दोपहर में प्रेशर कम हुआ था, लेकिन रात के तापमान में गिरावट नहीं होने से सुबह में कोहरा का प्रभाव नहीं हो रहा है. हल्की धुंध हो रही है, जो धूप के बाद खत्म हो जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो अभी दिन व रात के तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं होगा. बादल नहीं बनने के कारण आसमान भी साफ रहेगा.
बंगाल की खाड़ी में हलचल नहीं, तो बारिश भी नहीं
बंगाल की खाड़ी में कोई हलचल नहीं है. जिस तरह से पूर्व में खाड़ी में नमी बनी हुई थी वह भी धीरे- धीरे कम हो रही है. ऐसे में अभी बारिश की संभावना नहीं है. मौसम वैज्ञानिकों का यह अनुमान कि बिहार में ज्यादा ठंड नहीं पड़ेगी सही साबित हो सकती है.
नहीं बदलेगा मौसम
एक जनवरी तक मौसम में बदलाव की कोई संभावना नहीं दिख रही है. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि लोगों को साल का पहला दिन खूब मस्ती करने को मिलेगा. इस दिन सुबह में धूप निकलने के पहले धुंध हो सकती है. लेकिन, यह कुछ ही देर में खत्म हो जायेगा.
एके सेन, निदेशक,
मौसम विज्ञान केंद्र
पश्चिमी छोर से बिहार
तक बढ़ेगी नमी
दिसंबर के अंतिम दिनों में भी लोगों को ठंड महूसस नहीं हो रही है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि अभी तक बंगाल की खाड़ी में समुद्र के पानी का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक है, जिसे ठंडा होने तक मौसम बदल जायेगा और ठंड खत्म हो जायेगी. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक ठंड का समय नवंबर से फरवरी मध्य तक रहता है, लेकिन अब जनवरी आने वाला है और अभी तक ठंड नहीं आयी है.
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक एक सप्ताह तक बिहार में मौसम का बदलाव नहीं होगा, लेकिन एक सप्ताह बाद भी मौसम नहीं बदलेगा यह कहना अभी मुश्किल है. पश्चिचमी छोर से विंड चल रहा है और इसका असर भी बिहार तक पहुंचेगा, लेकिन कितना यह कहना मुश्किल है. जिस तरह से पश्चिमी हवा की गति व दबाव बन कर आगे बढ़ रहा है. इसका असर एक जनवरी के बाद ही दिखेगा.