पटना : राज्य का पहला वेटनरी विश्वविद्यालय पटना में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है. यह निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की समीक्षा के दौरान लिया. उन्होंने कहा है कि यह विश्वविवद्यालय पटना वेटनरी कॉलेज में स्थापित होगा. इससे राज्य में पशुपालन का विस्तार होगा. समीक्षा बैठक के पहले दिन मुख्यमंत्री ने सहकारिता और पशु संसाधन विभाग के कामकाज की समीक्षा की.
समीक्षा में मुख्यमंत्री द्वारा लिये गये निर्णय के बारे में पशु संसाधन विभाग के मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के वेटनरी विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है. इसकी स्थापना से पशुपालन के क्षेत्र में शोध और इसका लाभ राज्य के लोगों को मिलेगा. बैठक में मुख्यमंत्री ने सुधा दूध और अन्य उत्पाद की बिक्री अब नगर पंचायत स्तर पर शुरू करने का निर्णय लिया है.
अब तक सिर्फ जिला स्तर पर और बड़े शहरों में ही सूधा दूध की बिक्री हो रही है. सरकार के इस निर्णय से जहां लोगों को नीचले स्तर तक दूध उपलब्ध होगा, वहींं पशुपालकों को दूध की उचित कीमत और बाजार उपलब्ध हो जायेगा. श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के तालाबों में मछली पालन के लिए सालों भर पानी के इंतजाम का निर्देश दिया है. इसके लिए उन्होंने तालाबों के पास ट्यूब बेल और सोलर इनर्जी से चलने वाला पंप स्थापित करने का निर्देश दिया है.
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि विभाग की ओर से स्कूलों में मीड डे मिल में सुधा के दूध से बच्चों को खीड़ को शामिल करने का सुझाव दिया गया. इससे कंफेड द्वारा उत्पादित दूध पाउडर का खपत भी होगा और बच्चों के कुपोषण दूर किया जा सकेगा, लेकिन मुख्यमंत्री इस पर फिलहाल सहमति नहीं दी है.समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने दोनों विभागों की गतिविधियां, प्रगति रिपोर्ट और प्रशासनिक ढांचे के बारे में प्रजेंटेशन भी देखा.