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कसा शिकंजा: विधायक अनंत सिंह गिरफ्तार, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गये बेऊर जेल

पटना: मोकामा के जदयू विधायक अनंत कुमार सिंह को बुधवार की शाम सात बजे उनके एक माल रोड स्थित आवास से पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पांच युवकों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. पांच घंटे तक अनंत सिंह के आवास में चले सर्च अभियान के बाद इंसास राइफल […]

पटना: मोकामा के जदयू विधायक अनंत कुमार सिंह को बुधवार की शाम सात बजे उनके एक माल रोड स्थित आवास से पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पांच युवकों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. पांच घंटे तक अनंत सिंह के आवास में चले सर्च अभियान के बाद इंसास राइफल की खाली छह मैगजीन, एक बुलेट प्रूफ जैकेट, खून से सने कपड़े और लदमा स्थित गांव में हुई छापेमारी में खून से सनी लाठी बरामद की गयी है. पुलिस बरामद लाठी व खून से सने कपड़े को पुटुस के अगवा व हत्या के मामले से जोड़ कर अनुसंधान कर रही है.

इन समानों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा जायेगा. फिलहाल पुलिस ने अनंत कुमार सिंह की गिरफ्तारी बिहटा में 14 नवंबर को हुए ठेकेदार राजीव रंजन सिंह उर्फ राजू सिंह को अगवा करने मामले में विधायक अनंत सिंह गिरफ्तार की है. इसके अलावा आवास से मिले मैगजीन को लेकर सचिवालय थाने में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह को सचिवालय थाना ले जाया गया. वहां से छाती में दर्द की शिकायत पर उन्हें राजवंशी नगर अस्पताल में ले जाकर उनकी मेडिकल जांच करायी गयी. इसके बाद अनंत सिंह को दानापुर के एसीजेएम त्रिभुवन नाथ के आवास पर पेश किया गया, जहां बिहटा में दर्ज मामला संख्या 859/14 की सुनवाई की गयी. वहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया. विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को बाढ़ बंद के मद्देनजर देर रात बड़ी संख्या में पुलिस बलों को वज्रवाहन के साथ बाढ़ भेजा गया. एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बताया कि हर हाल में विधि-व्यवस्था कायम रखा जायेगा. इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाये गये हैं.

अनंत सिंह की गिरफ्तारी होने की सूचना मिलने के बाद उनके समर्थकों ने काफी हंगामा किया और जिप्सी को रोकने का प्रयास किया. हालांकि, पहले से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थी और समर्थकों को बल प्रयोग कर खदेड़ दिया गया और अनंत सिंह को कड़ी सुरक्षा में सचिवालय थाने में रखा गया. उधर बाढ़ अनंत सिंह के समर्थकों ने कैडल मार्च निकाला और एनएच को जाम कर दिया.
सर्च वारंट लेकर एसएसपी के नेतृत्व में पहुंची थी पुलिस
पुटुस की हत्या के मामले में पकड़े गये चारों अपराधियों द्वारा अनंत सिंह के इशारे पर अगवा व हत्या करने की जानकारी दिये जाने के बाद पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के उद्देश्य से बाढ़ कोर्ट से सर्च वारंट का अनुरोध किया. जिस पर कोर्ट ने पुलिस को सर्च वारंट सौंप दिया. इसके बाद पुलिस टीम बुधवार को करीब दो बजे एसएसपी विकास वैभव के नेतृत्व में सिटी एसपी पूर्वी सुधीर कुमार पोरिका, सिटी एसपी पश्चिमी राजीव मिश्र, सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा, सदर डीएसपी रमाकांत प्रसाद, सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी, फुलवारीशरीफ के डीएसपी इम्तियाज अहमद, टाउन एएसपी विवेकानंद, पटना सिटी डीएसपी राजेश कुमार के साथ एक दर्जन थानों के थानाध्यक्ष, वज्रवाहन, लाठीधारी व हथियारबंद जवान के साथ पहुंचे. उस समय अनंत सिंह अपने कुछ समर्थकों के साथ बरामदे में ही बैठे थे. एसएसपी विकास वैभव ने विधायक को जानकारी दी कि उनके आवास का सर्च करना है. इसका वारंट हमारे पास है. इसके बाद अनंत सिंह ने किसी प्रकार का विरोध नहीं किया. इसके पूर्व अनंत सिंह के घर के चारों ओर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी, ताकि कोई भी बाहर नहीं निकल सके. इसके बाद सर्च अभियान शुरू किया गया और आवास परिसर में ही स्थित खेत व अन्य जगहों से इंसास राइफल का खाली मैगजीन बरामद किया गया. इसके अलावा विधायक आवास में ही एक कोने में धुलाई के लिए रखे गये कपड़ों के गट्ठर को पुलिस ने जब खंगाला तो उसमें से खून से सने कपड़े बरामद किये गये.
हैंड मेटल डिटेक्टर से कोने-कोने की हुई जांच, एफएसएल की टीम ने उठाये डीएनए के नमूने
हैंड मेटल डिटेक्टर की मदद से पुलिस टीम ने अनंत सिंह के आवास के कोने-कोने की जांच की. उनके तमाम कमरे, बेडरूम, हॉल, हाथी खाना, गोशाला, खेत सभी जगह पर मेटल डिटेक्टर की मदद से जांच की गयी. जहां-जहां डिटेक्टर से आवाज आती थी, वहां कुदाल से खोद कर देखा जाता था कि कुछ अंदर है तो नहीं? इसके साथ ही एफएसएल की टीम ने हर कमरे से डीएनए के सैंपल को उठाया, ताकि इस बात की जानकारी मिल सके कि अनंत सिंह का पुटुस की हत्या में किसी प्रकार का हाथ तो नहीं है? क्योंकि घटना में शामिल पकड़े गये अपराधियों ने इन बात का पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि उन लोगों ने अनंत सिंह के इशारे पर युवकों को अगवा किया था और पुटुस की हत्या कर दी थी. इसके साथ ही मेटल डिटेक्टर से कोने-कोने की इसलिए भी जांच की गयी कि कहीं हथियार तो जमीन के अंदर नहीं गाड़ा गया है? पटना स्थित सरकारी आवास पर पुलिस टीम ने तीन बजे सर्च अभियान चलाया, जबकि दो घंटे बाद बाढ़ के लदमा स्थित गांव पर पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया गया. जहां से एक खून से सनी लाठी बरामद की गयी.
एसएसपी विकास वैभव ने बताया कि आर्म्स एक्ट के मामले में अनंत सिंह को रिमांड पर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि बाढ़ में हुए पुटुस की हत्या मामले में पांच लोगों को पकड़ा गया था. उन लोगों से पूछताछ के बाद यह जानकारी मिली थी कि विधायक के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया था. उन्होंने कहा कि कोर्ट से सर्च वारंट मिला था और पटना व बाढ़ स्थित आवास पर सर्च अभियान चलाया गया. इसका एकमात्र उद्देश्य यह है कि उनके आवास से संदिग्ध डीएनए सैंपल व अन्य साक्ष्य जुटाया जा सके.
बिहटा के राजू सिंह अपहरण में गिरफ्तारी
विधायक अनंत सिंह पर 14 नवंबर को पटना जिले के बिहटा में ठेकेदार राजीव रंजन सिंह उर्फ राजू सिंह को अगवा करने का आरोप लगा था. इसी मामले में बुधवार को अनंत सिंह को गिरफ्तार किया गया.
एडीजी बोले, बाढ़ प्रकरण से एसएसपी के ट्रांसफर का कोई लेना-देना नहीं
पटना. एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बुधवार को कहा कि पटना के एसएसपी और डीआइजी के तबादले को बाढ़ प्रकरण से जोड़ कर देखना गलत है. इसका इससे कोई लेना-देना नहीं है. सचिवालय स्थित कार्यालय में संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि अपराध को नियंत्रित करने और प्रशासनिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए तबादला किया गया है. राज्य में अपराधियों को किसी तरह से सिर उठाने का मौका नहीं दिया जायेगा. पटना और वैशाली जिलों में प्रशासनिक स्थिति सुधारने के लिए नये एसएसपी को कमान सौंपी गयी है. एडीजी ने कहा कि जहां तक बाढ़ अपहरण प्रकरण का मामला है, तो यह कार्रवाई साक्ष्य के आधार पर हो रही है. इस मामले में जिसका भी नाम आयेगा, उस पर कार्रवाई होगी. कानून सभी के लिए एक समान है. इसे लागू करने में किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जायेगा, चाहे वह कोई भी हो. पुलिस बिना किसी के दबाव में अपना काम कर रही है. बाढ़ प्रकरण से जुड़े तमाम पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है. जैसे-जैसे इस मामले में दोषी लोगों के नाम सामने आते जायेंगे, वैसे-वैसे पुलिस उचित कार्रवाई करेगी. मालूम हो कि सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि विधायक अनंत सिंह के इशारे पर पटना के एसएसपी जितेंद्र राणा का तबादला किया गया है. जितेंद्र राणा ने नये एसएसपी विकास वैभव को पदभार सौंपने के पहले पुटुश हत्याकांड में विधायक अनंत सिंह का नाम लिया था. सोमवार को जितेंद्र राणा का तबादला पूर्वी चंपारण कर दिया गया था.

अनंत सिंह के खेत से बेडरूम तक खंगाला
पटना: पटना में जदयू विधायक अनंत कुमार सिंह के सरकारी आवास पर पुलिस कप्तान विकास वैभव की मौजूदगी में पांच घंटे तक तलाशी अभियान चला. पुलिस व प्रशासनिक अमला विधायक आवास के चप्पे-चप्पे को खंगाला. आवास के अंदर खेत, पार्क, अस्तबल व अंदर बेडरूम तक की तलाशी चल रही थी. तलाशी के दौरान सभी पुलिस पदाधिकारी एसएसपी को रिपोर्ट कर रहे थे. वहीं एसएसपी लगातार फोन पर बने रहे. वह पल-पल की रिपोर्ट डीजीपी व एडीजी को दे रहे थे. वहीं विधायक अनंत सिंह पहले अंदर थे, बाद में करीब पांच बजे वह आवास के बाहर खेत में कुरसी लगा कर बैठ गये. उनके निजी अंगरक्षक उनके आजू-बाजू मौजूद रहे, जबकि अन्य समर्थक बाहर जमे रहे.

बदलने लगा हाव-भाव
शाम के छह बजे से गिरफ्तारी का माहौल बनने लगा. खून से सने कपड़े जब बरामद हुए, तो विधायक और उनके लोग आवास में चहल कदमी कर रहे थे. बाहर गेट से ही उनके हाव-भाव में परिवर्तन दिख रहा था. उनके आवास पर काम करने वाले मजदूर अपने काम में जरूर जुटे थे, लेकिन उनकी नजर भी पुलिस कार्रवाई पर लगी हुई थी.
घेराबंदी की तो बौखलाये समर्थक
सात बजे एसएसपी ने उनके आवास पर विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी कर ली. चारों तरफ से उन्हें सुरक्षा घेरे में ले लिया गया. इसके बाद उनके समर्थक बौखला गये. वे नारेबाजी करने लगे. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी और जब विधायक को सचिवालय थाने की जिप्सी में बैठाया गया, तो समर्थक गाड़ी को हाथ से पीटने लगे. हंगामा हुआ, लेकिन पुलिस उन्हें उठा कर थाने ले गयी.
इहां कौउनो गोली चलत है का..
ठीक 6.30 बजे थे. विधायक के बच्चों को ट्यूशन देने के लिए टीचर गेट पर आये हुए थे. पुलिस ने उन्हें अंदर आने से रोक दिया. इसकी जानकारी जब विधायक को हुई, तो वह खेत से उठ कर गेट की तरफ बढ़ गये. उन्होंने नाराजगी जाहिर की. बोले इहां कौउनो गोली चलत है का कि इतना पुलिस घुसा दिये हो. इसके बाद पुलिस पदाधिकारी दौड़ कर पहुंचे और टीचर को अंदर जाने दिया गया. टीचर अंदर जाते ही पहले अनंत सिंह को चरण स्पर्श किया और फिर अंदर चला गया.
निजी अंगरक्षक को थाने से भगाया
पुलिस ने विधायक के निजी अंगरक्षक को सचिवालय थाने से भगा दिया. अंगरक्षक थाने तक पहुंच कर गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने विवाद बढ़ता देख चेतावनी दी कि किसी ने हंगामा किया तो हाथ-पैर तोड़ देंगे. इसके बाद समर्थकों को धक्का मार कर भगाया गया. बाद में लाठी पट कर थाने के बाहर खड़ी भीड़ को खदेड़ा गया.
विधायक को गमछी देने पहुंचा नौकर
थाने में इंस्पेक्टर के कक्ष में विधायक को बैठाया गया था. इस दौरान विधायक का नौकर उनका गमछी और
चश्मा लेकर थाने पहुंचा था. उसने बताया रात में उन्हें देखने में मुश्किल होती है. इस पर उनका सामान अंदर भेजा गया.
कब-क्या हुआ
1.30 बजे: विधायक अनंत सिंह के आवास पर तलाशी के लिए रणनीति बनने लगी थी.
2.00 बजे : पुलिस कप्तान विकास वैभव सचिवालय थाने पहुंचे, सभी डीएसपी व एसडीपीओ को बुलाया गया
2.10 बजे: पुलिस व प्रशासनिक अमला 1 माल रोड पटना विधायक आवास पहुंच गयी
2.12 बजे: पुलिस कप्तान भारी दल-बल के साथ सर्च वारंट लेकर आवास में प्रवेश किये
2.20 बजे: आवास पुलिस छावनी में तब्दील हो गयी
2.30 बजे: आवास के अंदर व बाहर तलाशी शुरू की गयी
3.00 बजे: मानव व दीमा नाम के खोजी कुत्ते लाये गये
3.30 बजे: खोजी कुत्ताें ने आवास के पार्क से छह मैगजीन बरामद करायी
3.40 बजे: तक बुलेट प्रुफ जैकेट बरामद हो गये थे
3.45 बजे: एफएसएल टीम को बुलाया गया
4.00 बजे: धुलाई के लिए रखे गये कपड़ों के गठ्ठर से खून से सने कपड़े बरामद
4.00 बजे: खून से कपड़ों व अन्य साक्ष्य को इकट्ठा किया गया
6.00 बजे: पुलिस ने सभी साक्ष्य जुटा कर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट दी, गिरफ्तारी की रणनीति बनने लगी
6.30 बजे: सिटी एसपी चंदन कुशवाहा बाहर से आये और विधायक आवास में गये
7.00 बजे: अनंत कुमार सिंह को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया
7.15 बजे: उन्हें सचिवालय थाने लाया गया, इस बीच उनके समर्थक हंगामा करते रहे
7.25 बजे: एसएसपी व प्रशासनिक पदाधिकारियों ने बैठक की
7.30 बजे: एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गिरफ्तारी की घोषणा
9.00 बजे: उनके समर्थकों को चार बार थाने से खदेड़ा गया
अनंत सिंह ने कहा फंसाने की साजिश
पटना. विधायक अनंत कुमार सिंह ने बाढ़ में चार युवकों को अगवा करने व युवक पुटुस के हत्या मामले में शामिल होने के आरोप को एक सिरे से नकार दिया और कहा कि साजिश के तहत मुङो फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पटना के पूर्व एसएसपी पैसा लेकर काम करते हैं. राजू सिंह द्वारा पैसों का गबन करने का मामला भी पूर्व एसएसपी का था. इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गयी. मैंने खुद भी फोन किया था, लेकिन विरोधियों से उन्होंने पैसा ले लिया था. उन्होंने कहा कि जिन युवकों को अगवा किया गया था, उनमें से तीन युवकों को उन्होंने ही बचाया है. अपहरण के बाद उनके परिजनों ने फोन कर जानकारी दी थी और तुरंत कार्रवाई कर तीन युवकों को छुड़ाया था. उन्होंने सवाल उठाया कि बाढ़ में जो भी होगा, उसका जिम्मेवार अनंत सिंह ही क्यों होगा? वे जब अपना पक्ष रख रहे थे, उस समय अगवा किये गये युवकों के परिजन भी वहां पर मौजूद थे और अनंत सिंह द्वारा मदद करने की जानकारी दे रहे थे. इधर सांसद पप्पू यादव द्वारा लगाये गये आरोप के संबंध में उन्होंने कहा कि उनके आरोप बेबुनियाद हैं और उनमें कोई दम नहीं है.

तब थी अनंत की बारी अब है पुलिस भारी
पटना: ठेकेदार राजीव रंजन उर्फ राजू को घर से उठाने और डेढ़ घंटे तक अपने कब्जे में रखने के मामले में पुलिस पूरी तरह से बैकफुट पर आ गयी थी. राजू के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट था और वह विधायक अनंत कुमार सिंह के कब्जे में. 14 नवंबर 2014 की दोपहर तत्कालीन एसएसपी जितेंद्र राणा को ठंड के मौसम में पसीने आ गये थे. पुलिस की चिंता राजू के हिफाजत को लेकर थी. आनन-फानन में शास्त्रीनगर थाने पहुंचे एसएसपी की फोन पर विधायक से बात हुई थी. उन्होंने सीधे थाने आने की बात की. इस दौरान फोन पर बहस भी हुई थी. लेकिन अंदर खाने जो समीकरण बने उसके हिसाब से डेढ़ घंटे के बाद विधायक राजू को लेकर शास्त्री नगर थाने पहुंच गये थे. लेकिन तब अनंत सिंह की बारी थी और अब जिस तरह से बुधवार को कार्रवाई की गयी उससे साफ है कि अब पुलिस की बारी है.
जब राजू को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया और उसे जेल भेजा तो विधायक के भी गिरफ्तारी की मांग उठी थी. उसके घरवालों ने बिहटा में अपहरण का मामला दर्ज कराया था. लेकिन राजनीतिक गलियारों में अनंत सिंह की गहरी पैठ उस वक्त काम आयी. पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा. अनंत सिंह घटना के दिन में 3.30 बजे सकुशल अपने आवास गये और राजू को जेल भेजा गया. लेकिन यही वह दिन था जब अनंत सिंह पर कार्रवाई की जमीन तैयार हो गयी थी. जितेंद्र राणा और अनंत सिंह के बीच जो वार्ता हुई थी वह चुभने वाली थी. इसके अलावा कई ऐसे मामले आये, जिसमें पटना पुलिस को पीछे हटना पड़ा. लेकिन बाढ़ में चार युवकों के अपहरण व बेरहमी से पिटाई के बाद एक की हत्या के मामले में जब अनंत सिंह का नाम आया तो तत्कालीन एसएसपी जितेंद्र राणा के सामने यह दूसरी चुनौती थी. पुलिस ने जिन चार लोगों को इस में गिरफ्तार किया उसने साफ तौर पर पुलिस के सामने बयान दिया कि सब कुछ अनंत सिंह के इशारे पर हुआ है. अनंत सिंह पर कार्रवाई की भूमिका बनने लगी. इस बीच जितेंद्र राणा के तबादला का फरमान जारी हो गया. लेकिन तबादला आदेश के बाद बाढ़ मामले में पत्रकार वार्ता के दौरान जितेंद्र राणा ने साफ तौर पर अनंत सिंह का नाम लिया. उन्होंने कहा था कि गिरफ्तार किये गये लोग उनका नाम ले रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने रणनीति बनायी और बुधवार को बाढ़ कोर्ट से सर्च वारंट जारी कराया. इसके तहत पटना विधायक के सरकारी आवास, बाढ़ व लदवां में सर्च अभियान चला.
कब क्या हुआ था
12.00 बजे अनंत सिंह बिहटा की तरफ जमीन देखने गये थे.
12.15 बजे बिल्डर राजू के घर पर आने की सूचना मिली.
12.30 बजे विधायक और उनके साथी बाजिदपुर राजू के घर आये.
12.45 बजे वहां राजू को पकड़ा.
12.50 बजे राजू के घर के पास मौजूद स्कार्पियों फूंक दी गयी.
1.10 बजे ग्रामीणों ने बिहटा-खगौल मार्ग जाम किया.
1.40 बजे बिहटा पुलिस सड़क खाली कराने में कामयाब रही.
1.50 बजे राजू सिंह व विधायक के लोगों के शास्त्रीनगर थाने पहुंचने की सूचना मिली जिसपर आरएफ तैनात किया गया.
2.00 बजे विधायक के लोग व पुलिस राजू सिंह को लेकर शास्त्रीनगर थाने पहुंची.
2.20 बजे विधायक अनंत सिंह शास्त्रीनगर थाने पहुंचे, रुपये का हिसाब-किताब किया.
2.50 बजे विधायक अनंत सिंह थाने से वापस अपने आवास गये.
3.30 बजे मीडिया कर्मियों को शास्त्रीनगर थाने में एसएसपी ने अपना बयान दिया.

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