पटना: पूर्वी चंपारण के रक्सौल कस्बे में जमीन की कीमतें आपको आसमान ताकने को मजबूर कर देगी. रक्सौल में जमीन की कीमत संभवत: देश में सबसे महंगी या टॉप तीन शहरों के समतुल्य हैं. आबादी वाले इलाके में तो निश्चित ही यह सबसे महंगी जमीन होगी. यहां जमीन की कीमत है एक लाख 83 हजार रुपये प्रति वर्ग फुट. मुंबई, बेंगलुरु, पूणे और नोएडा में भी जमीन की कीमतें इससे कम हैं. यह भारत-नेपाल सीमा से रसद ले जाने का एकमात्र रास्ता है, पर यह रास्ता अब सरकार के लिए राजस्व मार्ग बनता जा रहा है.
एक धूर यानि कट्ठे का बीसवां भाग, करीब 62 वर्ग फुट. 1361 वर्ग फुट यानि एक कट्ठे जमीन की कीमत के रूप में 25 करोड़ रुपये तक की कीमत चुकानी पड़ रही है. राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे के इर्द-गिर्द जमीन का टुकड़ा तीन से साढ़े तीन करोड़ रुपये प्रति कट्ठा की दर से बिकता है. भागलपुर, मुजफ्फरपुर और गया के मुख्य इलाके की जमीन की कीमत भी दो से ढाई करोड़ रुपये प्रति कट्ठा के बीच है. पर, रक्सौल में सरकार ने जमीन की कीमत करीब छह करोड़ रुपये प्रति कट्ठा निर्धारित किया है, जबकि बाजार दर इससे चार गुणा अधिक है.
रक्सौल शहर के मुहल्ले भी कम महंगे नहीं हैं. मुख्य सड़क के जमीन की कीमत सरकार ने साठ लाख रुपये प्रति डिस्मिल निर्धारित कर रखी है. यहां एक डिस्मिल में दो धूर जमीन होता है. इसके मुताबिक एक धूर जमीन की सरकारी कीमत 30 लाख रुपये हुई. पर, बाजार में इसकी कीमत चार गुना अधिक है. रक्सौल के दूसरे मुहल्लों की जमीन की कीमत भी अन्य शहरों की तुलना में अधिक है. जिस इलाके को विकसित होने में अभी दस साल लगेंगे, वहां भी जमीन की कीमत आसमान छू रही है.