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पत्नी को विक्षिप्त घोषित करने की रची साजिश
फुलवारीशरीफ: अग्नि के सात फेरे लेकर जिस पति ने सात जन्मों तक जीने- मरने की कसमें खायी थीं , उसी के द्वारा महज पांच वर्षो के अंदर ही पत्नी को विक्षिप्त घोषित करने का मामला प्रकाश में आया है. मामले के उजागर होते ही नामजद पति, देवर व ननद गांव छोड़ कर फरार हो गये. […]
फुलवारीशरीफ: अग्नि के सात फेरे लेकर जिस पति ने सात जन्मों तक जीने- मरने की कसमें खायी थीं , उसी के द्वारा महज पांच वर्षो के अंदर ही पत्नी को विक्षिप्त घोषित करने का मामला प्रकाश में आया है. मामले के उजागर होते ही नामजद पति, देवर व ननद गांव छोड़ कर फरार हो गये. नामजदों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर छापेमारी कर रही है. यह मामला जानीपुर थाना क्षेत्र के महंगूपुर गांव का है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
पांच साल पहले हुई थी शादी
जानकारी के मुताबिक महंगूपुर निवासी नवलेश सिंह के पुत्र चिंटू कुमार की शादी हिंदू रीति- रिवाज से पांच साल पूर्व नालंदा के मोमिनपुर निवासी सुरेंद्र शर्मा की बेटी संजू देवी से हुई थी . शादी के कुछ वर्षो तक पति-पत्नी के बीच सब कुछ ठीक-ठाक रहा . इसी बीच संजू ने एक लड़के को जन्म दिया . इसके बाद संजू पर दुखों का पहाड़ टूटने लगा. विवाहिता के पिता के अनुसार उसका दामाद गलत लत का शिकार हो गया और रोजाना पत्नी के साथ मारपीट करने लगा.
बैठकें भी हुईं, लेकिन नहीं सुधरा चिंटू
पति द्वारा प्रताड़ित करने की जानकारी जब संजू के मायकेवालों को लगी, तो उन्होंने बेटी के ससुराल पहुंच कर किसी तरह मामले को संभालने का प्रयास किया. इस बीच गांव में नाते -रिश्तेदारों व ग्रामीणों की बैठकें भी हुईं, लेकिन हद तो तब हो गयी, जब पति चिंटू ने पत्नी संजू देवी को पागल घोषित करने के इरादे से मेंटल टार्चर करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं पति चिंटू के साथ देवर सोनू एवं सोनू की बहन ने मिल कर साजिश के तहत संजू देवी को कोईलवर के मेंटल हॉस्पिटल में भरती करा दिया.
संजू चिल्लाती रही, पर किसी ने नहीं सुनी
हॉस्पिटल में संजू देवी का इलाज भी मेंटल मरीज के रूप में किया जाने लगा . हालांकि, संजू देवी चीख-चीख कर डॉक्टरों को बताती रही कि वह पागल नहीं है. इसके बाद भी किसी ने उसकी एक नहीं सुनी. जैसे ही इस मामले की जानकारी उसके मायकेवालों की मिली उनके होश उड़ गये. आनन -फानन में संजू के मायकेवाले हॉस्पिटल पहुंचे जहां बेटी का इलाज चल रहा था . संजू ने पूरे होशो -हवाश में अपने पिता और भाई को बताया कि जबरन पागलखाने में उसका इलाज कराया जा रहा है, जबकि वह बिल्कुल ठीक है. मायकेवालों के विरोध के बाद संजू को वापस ससुराल लाया गया.
क्या कहते हैं पिता
संजू के पिता सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि इस तरह कि घटना उनकी बेटी के साथ कई बार हो चुकी है. बार-बार उनकी बेटी को पागल करने की साजिश के तहत कोईलवर के मेंटल हॉस्पिटल में भरती करा दिया जाता है . इस मामले को लेकर सुरेंद्र शर्मा ने जानीपुर थाना में संजू के पति चिंटू सिंह ,देवर सोनू कुमार एवं अन्य ससुरालवालों के खिलाफ दहेज व महिला प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है.चिंटू के परिजनों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सके. वहीं जानीपुर थानेदार सुदेह कुमार ने बताया कि मामला दर्ज किया गया है. पुलिस टीम मेंटल हॉस्पिटल में संजू का बयान दर्ज करने गयी थी, लेकिन संजू की हालत ठीक नहीं है .
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