– यूजी में 1104, पीजी डिप्लोमा और बीएड में 96 छात्राओं को मिली डिग्री
-एनसीटीइ से मिली स्वीकृति, जल्द इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की होगी शुरुआतसंवाददाता,पटना
मदर वेरोनिका हॉल में विभाग अनुसार पीली पगड़ी और व्हाइट, ऑफव्हाइट साड़ी पहनी हुईं अपने दोस्तों संग बैठीं छात्राओं के लिए बड़ा ही यादगार दिन था. मौका था पटना वीमेंस कॉलेज में यूजी, पीजी डिप्लोमा और बीएड की छात्राओं के तीसरे कॉन्वोकेशन का. इस कॉन्वोकेशन में छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी इसके साक्षी बने.इस ग्रेजुएशन डिग्री सेरेमनी में ग्रेजुएशन बैच 2021-2024, बीएड प्रोग्राम सत्र 2022-2024 और पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम बैच 2023-2024 की 1200 छात्राओं ने भाग लिया. वहीं यूजी के विभिन्न विभागों और बीएड में 26 छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया. सभी छात्राएं कॉलेज में 9 बजे से पहले पहुंच गयी थीं. यूजी की छात्राओं की संख्या ज्यादा होने की वजह से उन्हें विभाग की टीचर्स की ओर से हॉल में ही डिग्री सर्टिफिकेट दिया गया. वहीं अतिथियों के हाथों से गोल्ड मेडलिस्ट की छात्राओं को मंच पर डिग्री मिली. डिग्री देने से पहले पीयू की रजिस्ट्रार शालिनी ने पीयू के वीसी प्रो अजय कुमार सिंह ने इसकी औपचारिक घोषणा करने का आग्रह किया. इसके बाद उन्होंने औपचारिक घोषणा की. कार्यक्रम के आखिर में छात्राओं को शपथ दिलायी गयी और विभाग अनुसार ग्रुप फोटो लिये गये.नये सत्र में शुरु होगा दो पीजी और एक यूजी कोर्स
कॉन्वोकेशन में प्राचार्या डॉ सिस्टर मारिया रश्मि एसी ने डिग्री पाने वाली सभी छात्राओं को बधाई दी. उन्होंने बताया कि इस साल नये सत्र में यूजी में न्यूट्रीशन एंड डायटेटिक्स की शुरुआत होने जा रही है. वहीं पीजी में दो कोर्स हिस्ट्री और इकोनॉमिक्स है. एनसीटीइ की ओर से इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम की स्वीकृति मिल गयी है और इसके लिए कोर्स डिजाइन का कार्य चल रहा है. मुख्य अतिथि आइआइएम बोधगया की निदेशक डॉ विनिता सिंह सहाय ने सबसे पहले डिग्री लेने आयी छात्राओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यहां की छात्राएं देश में ही नहीं विदेश में भी कीर्तिमान गढ़ रही हैं.आप जहां भी जायेंगी अपने कॉलेज का प्रतिनिधित्व करेंगी
पीयू के वीसी प्रो अजय कुमार सिंह ने कहा कि आपके अटूट समर्पण, दृढ़ता और कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप यह उपलब्धि मिली है. किसी राष्ट्र की प्रगति में शिक्षा के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. किसी राष्ट्र का भविष्य उसके लोगों के ज्ञान, कौशल और क्षमता पर निर्भर करता है.—————–
गोल्ड मेडलिस्ट से बात
अभी मैं बेंगलुरु में हूं. डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन से बीएड में 9.67 सीजीपीए प्राप्त हुए हैं. डिग्री लेना मेरे लिए गर्व की बात है. आगे जाकर टीचिंग प्रोफेशन में आउंगी.
मदीहा, बीएड
अभी मैं इग्नू से मास्टर्स की पढ़ाई कर रही हूं. मेरे फ्रेंड्स के अभिभावक भी यहां आये हुए हैं. सभी के लिए यह एक प्राउड मोमेंट है.
चेतांसी, हिंदी
कॉलेज ने जिस तरह से छात्राओं को विकास किया है इसे शायद ही कोई भूलेगा. ऐसे कॉलेज में आना मेरे लिए भावुक पल था. मुझे मेरे विषय में 8.99 सीजीपीए आये हैं
स्वाति गिरी, हिस्ट्री
जब कॉलेज आयी तो लगा नहीं था कि यहां पर टीचर्स और फ्रेंड्स इतने अच्छे मिलेंगे. यहां टीचर्स आपकी समस्याओं का मार्गदर्शन करते हैं. अभी सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रही हूं.
खुशी कुमारी, मैथ
कॉलेज में आप अपने लक्ष्य पर फोकस करना सीखती हैं. यहां से हमें जो सीख और अनुशासन मिला है वह आजीवन हमारे साथ रहेगा.एमबीए की तैयारी कर रही हूं.
इशिता उपाध्याय, बीबीए
इस तरह से डिग्री लेना हमारे लिए गर्व की बात है. सुबह ही आ गयी थी और अपने दोस्तों के साथ समय बीताकर अच्छा लगा. अभी एमसीए की तैयारी कर रही हूं. सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हूं.
सुष्मिता शर्मा, बीसीए
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार से मास्टर्स कर रही हूं. कॉलेज वापस आकर लगा ही नहीं कि यहां से कभी जाना भी हुआ है. टीचर्स से लेकर स्टाफ हर किसी से मिली. बहुत अच्छा लगा.
दीक्षा कौशिक, माइक्रोबायोलॉजी
मैं दिल्ली से इस कॉन्वोकेशन का हिस्सा बनने के लिए आयी हूं. डीयू से ज्योग्राफी में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही हूं. एकेडमिक रिसर्च मेरा विषय है. विभाग में मुझे सबसे ज्यादा 9.14 सीजीपीए अंक मिले हैं.
शुभांगी सुमन,
ज्योग्राफीB
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