मनोज कुमार, पटना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय-2 के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की योजना चलायी जा रही है. इसके तहत पूरे राज्यभर में कुल 30 हजार चार योजनाएं चल रही हैं. इसमें आहर, पइन, चेकडैम, नहर निर्माण व जीर्णोद्धार कार्य कराये जा रहे हैं. इन 30 हजार में 25 हजार 350 योजनाएं पूर्ण कर ली गयी हैं. इससे चार लाख 33 हजार 727 हेक्टेयर में सिंचाई का इंतजाम कर दिया गया है. कुल सात लाख 87 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का इंतजाम करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जल संसाधन, लघु जल संसाधन, कृषि, ग्रामीण विकास, पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से कार्य किये जा रहे हैं. हालांकि, इन योजनाओं को जून तक ही सौ फीसदी पूर्ण करने का लक्ष्य था. मगर, अब तक 55 फीसदी से अधिक एरिया में ही सिंचाई की व्यवस्था हुई है. लघु जल संसाधन विभाग में अभी सबसे अधिक काम है अधूरा लघु जल संसाधन विभाग से अभी सबसे अधिक काम अपूर्ण हैं. लघु जल संसाधन विभाग की ओर से 26 हजार 616 योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है. इसमें 22 हजार 366 योजनाएं ही पूर्ण हुई हैं. पांच लाख 92 हजार 419 हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था का जिम्मा इस विभाग को है. इसमें दो लाख 49 हजार 937 हेक्टेयर में ही सिंचाई की व्यवस्था हुई है. कुल लगभग 43 फीसदी कार्य पूर्ण हुए हैं. अन्य चार विभागों की ओर से 80 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं. जल संसाधन से 99.59, कृषि से 89.59, ग्रामीण विकास से 84.14, पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग से 87.53 फीसदी योजनाएं पूर्ण कर ली गयी हैं. जल संसाधन विभाग ने 1.18 लाख हेक्टेयर में की सिंचाई की व्यवस्था जल संसाधन विभाग की ओर से एक लाख 19 हजार 63 हेक्टेयर में सिंचाई का इंतजाम करना था. इसमें इस विभाग ने एक लाख 18 हजार 578 हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था कर दी है. कृषि विभाग ने 29 हजार 902 में 24 हजार 102 हेक्टेयर, ग्रामीण विकास विभाग ने 46 हजार 431 में 39 हजार 67 हेक्टेयर में सिंचाई का इंतजाम कर दिया है, जबकि पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग को 23 सौ 34 हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था करनी थी, इसमें 20 सौ 43 हेक्टेयर में इंतजाम कर दिया गया है.
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