पटना : जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ गुरुवार को ट्वीट कर फिर आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने लिखा है कि हमें बताया गया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है.
सच्चाई यह है कि यह विधेयक सरकार के हाथ में एक ऐसा घातक जोड़ हो सकता है जिसके जरिये धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव और उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है. दरअसल प्रशांत किशोर लगातार नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे हैं.
इस विधेयक को जदयू द्वारा समर्थन किये जाने पर भी उन्होंने आपत्ति जाहिर की थी. हालांकि, पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहते हुए पार्टी लाइन के खिलाफ उनके बयानों को कई जदयू नेताओं ने उनकी निजी राय बतायी है.
