पटना : बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर गोपालगंज में ठेकेदार रामाशंकर सिंह की हत्या मामले में पीड़ित परिवार को पांच करोड़ रुपये मुआवजा और ठेकेदार के पुत्र को सुरक्षा मुहैया कराये जाने के साथ-साथ ठेकेदार की हत्या के सभी सभी आरोपितों की संपत्ति की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराये जाने की मांग की है. साथ ही कहा है कि अभियुक्तों को जल्द गिरफ्तार किया जाये. अगर वे हाजिर नहीं होते हैं, तो कुर्की-जब्ती की जाये. संवाददाता सम्मेलन मेंआरजेडी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक भाई वीरेंद्र, विधायक मो नेमतुल्लाह एवं प्रदेश कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह भी उपस्थित थे.
मिले हैं कई आपत्तिजनक सामान, लाखों रुपये की नकदी व जेवर
प्रशासन की ओर से घटनास्थल एवं मुरलीधर सिंह के आवास का सर्च किये जाने पर कई आपतिजनक सामान, कागजात की बरामदगी की गयी है.लाखों रुपये नकद पाये गये हैं. सोने, चांदी के जेवर भी मिले हैं. पटना, दिल्ली में जमीन, फ्लैट के पेपर मिले हैं. हथियार भी पाया गया है.
उठाये कई सवाल
संवाददाता सम्मेलन में सवाल उठाया गया कि पिछले चार वर्षों से लगातार कैसे उक्त स्थान पर मुरलीधर सिंह पदस्थापित थे? बगैर उक्त भवन को हैंड ओवर लिये परिवार के साथ कैसे रह रहे थे? उक्त भवन में सिंचाई विभाग का कार्यालय कैसे चल रहा था? घूस की मांग किस ताकत के बल पर मुरलीधर सिंह द्वारा की जा रही थी? मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह को किसका वरदहस्त प्राप्त था? सामान्य अधिकारी और कर्मचारी तो ठेकेदार को घूस नहीं देने पर जलाने की हिम्मत नहीं कर सकता है?
सरकार से मांग
संवाददाता सम्मेलन में मांग की गयी कि सरकार ठेकेदार रामाशंकर सिंह के परिवार को तत्काल पांच करोड़ का मुआवजा दे. ठेकेदार रामाशंकर सिंह के पुत्र राणा सिंह को सुरक्षा दी जाये. रामाशंकर सिंह की हत्या वाले केस के सभी आरोपितों की संपत्ति की जांच ईडी से करायी जाये. अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार किया जाये. अभ्युक्तों के हाजिर नहीं होने पर शीघ्र वास्तविक कुर्की-जब्ती की जाये. पिछले पांच वर्षों में मुरलीधर सिंह एवं अन्य अभियुक्तों द्वारा कितना राशि का काम कराया गया, उक्त कार्यों की गुणवत्ता की जांच की जाये. साथ ही भुगतान में विलंब कर किस-किस ठेकेदार से दोहन कर राशि ली गयी, इसकी भी जांच की जाये.