डेंगू बुखार को लेकर तैयार हैं शहर के अस्पताल
मौसम में बदलाव के बाद की गयी है तैयारी
पटना : इस बार डेंगू बुखार की दस्तक समय से पहले हो चुकी है. अमूमन सितंबर-अक्तूबर में डेंगू के मामले सामने आते थे जो इस दफे अगस्त के महीने में ही सामने आ चुके हैं.
इसे लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग और महत्वपूर्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल अपनी ओर से तैयारी में जुट गये हैं. मसलन पीएमसीएच ने 36 बेड का एक डेडिकेटेड डेंगू वार्ड बनाया है. इसमें मेडिकेटेड मच्छरदानी के साथ ही आवश्यक दवाइयां रखी गयी है. प्लेटलेट्स की कमी भी यहां पूरी हो सकेगी. पीएमसीएच के इमरजेंसी इंचार्ज डॉ अभिजीत सिंह ने बताया कि वार्ड मेडिसिन डिपार्टमेंट के अंदर ही रहेगा.
सिविल सर्जन राजकिशोर चौधरी ने कहा कि शहरी अस्पतालों में जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार किया जा रहा है. चूना और ब्लीचिंग का भी छिड़काव हो रहा है. न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज सिन्हा ने बताया कि अस्पताल में डेंगू की जांच की व्यवस्था मौजूद है. हमारे यहां एलाइजा और प्लेटलेट्स का टेस्ट किया जाता है.
पिछले साल डेंगू ने मचाया था कहर : पिछले साल अक्तूबर और नवंबर में पटना में डेंगू ने काफी कहर बरपाया था. पीएमसीएच के वायरोलॉजी लैब में डेंगू मरीजों के आंकड़े 250 पार हो गये थे. इनमें पटना, सीवान, लखीसराय, सारण, नवादा और औरंगाबाद आदि जिलों के मरीज ज्यादा आये थे. यही नहीं पटना व छपरा के दो डॉक्टरों की डेंगू से मौत हो गयी थी. डेंगू की चपेट में गोपालगंज की डीपीओ की मौत हो गयी थी.