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पटना : दो लाख पेड़ लगाये जायेंगे स्कूलों में बनेंगे सोखपीट
जलशक्ति योजना को लेकर मुख्य सचिव ने वीसी के माध्यम से जिले में दी जानकारी पटना : प्रधानमंत्री की ओर से जल संरक्षण आंदोलन चलाने की अपील को जिले में कार्यरूप देने की कवायद शुरू हो गयी है. इसको लेकर सोमवार को मुख्य सचिव स्तर से वीसी के माध्यम से जिले में जलशक्ति योजना को […]
जलशक्ति योजना को लेकर मुख्य सचिव ने वीसी के माध्यम से जिले में दी जानकारी
पटना : प्रधानमंत्री की ओर से जल संरक्षण आंदोलन चलाने की अपील को जिले में कार्यरूप देने की कवायद शुरू हो गयी है. इसको लेकर सोमवार को मुख्य सचिव स्तर से वीसी के माध्यम से जिले में जलशक्ति योजना को लेकर बैठक की गयी. इसमें उप विकास आयुक्त आदित्य प्रकाश से लेकर संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
उप विकास आयुक्त ने बताया कि इसमें कैनाल का निर्माण, तालाब व कैनाल की लाइनिंग, तालाब, पोखर, कुआं से लेकर अन्य पारंपरिक जल स्रोतों का निर्माण, जल संरक्षण के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के अलावा जिले में प्रखंडवार दो लाख पौधा रोपण, सरकारी स्कूलों में सोखपीट के निर्माण के साथ नल-जल योजना में भी सोखपीट के निर्माण को जोड़ा जायेगा.
जलशक्ति के पांच प्वाइंट : जलशक्ति को लेकर जिले में पांच प्रमुख प्वाइंटों पर कार्ययोजना तैयार की जायेगी. इसमें माइक्रो एरिगेशन वर्क, पारंपरिक जलस्रोतों के मरम्मत, जल संरक्षण, वॉटर शेड व पौधारोपण की तैयारी की जा रही है. उप विकास आयुक्त ने
बताया कि माइक्रो एरिगेशन वर्क में मनरेगा के तहत कैनाल का निर्माण किया जायेगा. इसके अलावा सार्वजनिक कुओं के जीर्णोंद्धार के लिए भी अभियान चलाया जायेगा. वही, पारंपरिक जलस्रोतों के मरम्मत को लेकर सबसे पहले तालाबों की उड़ाही की जायेगी. इसके अलावा जो तालाब अतिक्रमित हो चुके हैं, उनको अतिक्रमण मुक्त करने के लिए भी अभियान चलाया जायेगा.
अब तक 141 नये व 79 पुराने तालाब बने
बैठक में जानकारी दी गयी कि बीते कुछ वर्ष में अब तक सिर्फ फतुहा में रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग के चार प्रोजेक्ट पर काम किया गया था.
इसके अलावा पालीगंज में चार जगहों पर पानी संग्रह के लिए खाई खोदने का काम किया गया है. इसके अलावा बख्तियारपुर में एक, बाढ़ में आठ, बेल्छी में पांच, बिहटा में 10, मोकामा में 40 व मसौढ़ी में 17, पालीगंज में 16, पंडारण में 15 सहित अन्य प्रखंडों को लेकर कुल 141 नये तालाबों का निर्माण किया गया था. जिले के 282 पुराने तालाबों में मात्र 79 तालाबों का जिर्णोंद्धार किया गया. वहीं बीते वर्षों में 35 हजार के लगभग पेड़ लगाने का आंकड़ा दिया गया. जिले में दस हजार हेक्टयर क्षेत्र में पानी के स्रोत रिचार्ज करने की तैयारी की गयी.
पशुओं को पीने के जल संरचनाओं को होगा निर्माण : इस प्लान में पशुओं को पीने के लिए छोटे टैंक व जल संरचनाओं का निर्माण किया जायेगा. इसमें प्राइवेट जमीन पर भी तीन चार घरों के बीच सरकार अपने स्तर से निर्माण करवायेगी. ताकि प्रत्येक गर्मी के मौसम में पशुओं के साथ पक्षियों को भी पानी पीने की सुविधा हो सके.
विस्तृत वर्क प्लान तैयार
जलशक्ति प्रोग्राम को लेकर जिले में एक विस्तृत वर्क प्लान तैयार किया जा रहा है. इसमें मनरेगा व कृषि विभाग के मृदा संरक्षण के तहत कई प्रोग्राम जमीन पर उतारे जायेंगे. कुल मिला कर भू-जल को रिचार्ज करने के लिए लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
डाॅ आदित्य प्रकाश,
उप विकास आयुक्त, पटना
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