नयी दिल्ली / पटना : बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार से हो रही मौत के लिए लीची कारण बताये जाने पर बिहार के सारण लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि बच्चों की मौत के लिए लीची को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि भ्रम फैलाया जा रहा कि लीची खाने से बच्चों की मौत हो गयी है. इससे लीची के निर्यात में गिरावट आयी है. उन्होंने कहा है कि लीची किसानों को नुकसान नहीं होना चाहिए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री व बीजेपी सांसद ने कहा कि हम बिहार में पैदा हुए हैं. बचपनसे हम लीची खा रहे हैं. बिहार में एक महामारी की घटना हुई और सौ से ज्यादा बच्चों की जान चली गयी. बच्चों की मौत के लिए लीची को कारण बताना अचंभित करनेवाला है. बिहार में 30 हेक्टेयर से अधिक में लीची का उत्पादन होता है. निर्यात रोक दिये गये हैं. मेरी चिंता है कि क्या वास्तव में बच्चों की मौत का कारण लीची है. लीची एक नकदी फसल है. इसे खत्म मत करो. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें पता लगाना होगा कि यह किसी की साजिश तो नहीं. हमें इसके बार में विस्तृत जानकारी हासिल करनी होगी. बच्चों की मौत के पीछे का कारण खोजा जाना जरूरी है.
Rajiv Pratap Rudy, BJP MP from Saran: We all were born&brought up in Bihar&we had litchis right from childhood. There has been an incident in Bihar which is almost an epidemic. Around 120 lives have been lost. Nonetheless it is very amusing to believe that litchi is the cause. pic.twitter.com/6cB4OOs1MG
— ANI (@ANI) June 21, 2019
RP Rudy,BJP: Today more than 30 hectares of litchis is produced in Bihar. All exports have been stopped. My concern is, is it actually litchis or something else. Litchis is a cash crop. Don't kill this industry, let's be more pragmatic&find the reason behind the children's death. https://t.co/lSLHWGtHTB
— ANI (@ANI) June 21, 2019