मोकामा : बिहार में पटना से सटे मोकामा में बेटे के प्रेम-प्रसंग में 65 वर्षीय जगदीश पंडित को गोलियों से भून दिया गया. इससे उनकी मौके पर ही जान चली गयी. घोसवरी थाने के गोसाईं गांव में सोमवार की देर रात यह वारदात हुई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया. वहीं मामले की छानबीन शुरू कर दी.
हत्या का आरोप गांव के ही चार-पांच लोगों पर लग रहा है. दरअसल गांव के ही किसी किशोरी के साथ मृतक के बेटे का प्रेम-प्रसंग चल रहा था. इसी बात को लेकर दो पक्षों में विवाद गहरा गया. तकरीबन पांच दिन पहले बात थाने तक पहुंच गयी थी. तब गांव के लोगों ने हस्तक्षेप कर मामले को दबाने का प्रयास किया था. वहीं थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौता कराकर मृतक के बेटे को थाने से मुक्त करवा दिया गया था. यह किशोरी के परिजनों को नागवार गुजरा. उन्होंने जगदीश (मृतक) को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी, लेकिन स्थानीय पुलिस व मृतक के परिजनों ने इसे गंभीरता पूर्वक नहीं लिया.
घटना के वक्त बुजुर्ग (जगदीश) अपने मकान के नीचे के कमरे में सो रहा था. वहीं पास के मंदिर में रामधुन का आयोजन था. इसका फायदा उठाकर अपराधी पीछे का दरवाजा तोड़कर घर में घुसे. वहीं बुजुर्ग को कब्जे में कर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे. मौके पर बुजुर्ग की पत्नी लक्ष्मी देवी अपराधियों से पति की जान की भीख मांगने लगी. तब अपराधियों ने पत्नी को दूसरे कमरे में बंद कर दिया. वहीं उसके पति की हत्या कर फरार हो गये. इधर रामधुन को लेकर ग्रामीणों को फायरिंग का एहसास नहीं हो सका. थोड़ी देर बाद में मृतक के परिजनों के चीखने-चिल्लाने पर लोग घटना स्थल की ओर दौड़े. लोगों ने जुटकर अपराधियों को घेरने का प्रयास भी किया, लेकिन अपराधी हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले.
थानेदार का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. इस कांड में शंकर यादव व अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है. बुजुर्ग की हत्या के बाद उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. वहीं गांव के लोग भी इस घटना को लेकर मर्माहत हैं. ग्रामीणों का कहना है कि मृतक के चार बेटों में दो की शादी हो चुकी है. जबकि तीसरे बेटे का गांव में ही काफी दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा है. इसको लेकर कई बार कहासुनी भी हुई, लेकिन जगदीश (मृतक) का बेटा अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था.
पांच दिन पहले मोबाइल से बात करते किशोरी के परिजनों ने देख लिया था. इस घटना के बाद विवाद दोनों पक्षों के बीच गहराने लगा. लोगों ने गांव व मुहल्ले की बदनामी को लेकर मामले को दबाने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. ग्रामीणों का कहना है कि बेटे की करतूत की सजा उसके पिता को जान गंवाकर भुगतनी पड़ी. बुजुर्ग जगदीश इस उम्र में भी मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पाल रहा था. ग्रामीणों ने हत्या में शामिल अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने की मांग की है.