लोकसभा चुनाव में पूर्वी भारत में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की है. बिहार, झारखंड और बंगाल में पार्टी की जीत ऐतिहासिक है. पूर्वी भारत में भाजपा के चुनावी रणनीति के सूत्रधार और पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने इस कामयाबी पर मिथिलेश से विशेष बातचीत की. पेश है बातचीत के अंश…
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BJP की चुनावी रणनीति के सूत्रधार भूपेंद्र यादव से खास बातचीत: मोदी विजन व सशक्त देश की नीतियों को मिला समर्थन
लोकसभा चुनाव में पूर्वी भारत में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की है. बिहार, झारखंड और बंगाल में पार्टी की जीत ऐतिहासिक है. पूर्वी भारत में भाजपा के चुनावी रणनीति के सूत्रधार और पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने इस कामयाबी पर मिथिलेश से विशेष बातचीत की. पेश है बातचीत के अंश… बिहार, झारखंड […]
बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में पार्टी को मिली अपार सफलता का कारण आप किसे मानते हैं?
सबसे पहले तीनों राज्यों की जनता खासकर बिहार की जनता को इसके लिए धन्यवाद देते हैं. तीनों राज्यों की जनता ने विकास की राजनीति को प्राथमिकता दी. सपोर्ट किया और वोट भी किया. यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और उनकी गरीबों के प्रति कल्याणकारी नीतियों को देश के साथ ही बिहार, बंगाल व झारखंड की जनता ने सराहा है.
झारखंड में हमारे अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी की टीम ने पिछले तीन सालों से विधानसभा चुनाव के बाद से ही मेहनत की. तीनों राज्यों में उनका दौरा नियमित होता रहा. जिला और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर उनका उत्साह बढ़ाया. सरकार की विकास योजनाओं को नीचे तक ले जाने के लिए कार्यकर्ताओं को टिप्स दिये. जनता ने भी सरकार और पार्टी को हाथो हाथ लिया.
आपने चुनाव के पूर्व और चुनाव के दौरान भी बंगाल का दौरा किया, भाजपा पहली बार वहां हावी दिखी?
बंगाल में हम पूरी तरह अभी नहीं आये हैं. अभी और आना है. पर जिस प्रकार से ममता बनर्जी ने हिंसा के द्वारा लोकतंत्र को डराने का प्रयास किया था, बंगाल के लोगों ने बता दिया कि राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. भाजपा बंगाल में और बड़ी ताकत के रूप में उभरकर सामने आयेगी.
झारखंड के परिणाम को आप किस रूप में देखते हैं?
झारखंड की राजनीति बिहार से जुदा नहीं है. झारखंड के लोगों ने भी विकास के नाम पर वोट किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की सराहना हुई और जाति-धर्म से ऊपर उठकर जनता ने भाजपा का साथ दिया. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अिमत शाह के नेतृत्व में काम करने वाली टीम का सामूहिक प्रयास है.
बिहार में जिस प्रकार राजद का सूपड़ा साफ हो गया, इसे भाजपा किस प्रकार देखती है?
बिहार में एनडीए के बीच आपसी समन्वय इसका बड़ा कारण रहा. हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान को विशेष रूप से धन्यवाद देते हैं. भाजपा के साथ दोनों पार्टियों की एकजुटता बनी रही. इससे एनडीए के पक्ष में जनता का आकर्षण बढ़ा. हमारा गठबंधन स्वाभाविक टीम के रूप में जनता के सामने गयी. केवल गठबंधन ही नहीं, बल्कि एक स्वाभविक मित्र के रूप में सबने अपना काम किया. यह हम सब के लिए आनंद का विषय है. वी आर नॉट ए अलोन, वी आर ए नेचुरल फ्रेंड आलसो. (हम अकेले नहीं हैं, हम स्वाभाविक दोस्त भी हैं.)
बिहार और झारखंड यहां तक कि बंगाल में भी माय समीकरण हावी रहा है. खासकर बिहार और झारखंड में राजद का यह वोट बैंक रहा है?
देखिए, कोई जाति किसी एक पार्टी और एक परिवार की बपौती नहीं हो सकती. ना पहले थी और ना ही अभी. मैं शुरू से कहता रहा हूं, एक परिवार का इतना अहंकार बढ़ गया था कि अपने आप को भगवान कृष्ण के रूप में देखने लगा. यह अहंकार किसी व्यक्ति का हो सकता है, किसी जाति का नही. नौजवानों और प्रगतिशील लोगों के बीच भाजपा की पैठ बनी. सबने नये भारत की आकांक्षा के लिए भाजपा को वोट किया. उन्हें लगा कि भाजपा की नीतियां और सिद्धांत उनके हित में है.
बिहार में एनडीए ने डबल इंजन की सरकार का नारा दिया था, अब लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गयी हैं?
बिहार में शिक्षा, पर्यटन, आधारभूत विकास के क्षेत्र में कई काम हुए हैं, कई काम अभी और भी किये जाने हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था और महिलाओं के सशक्तीकरण को लेकर बेहतर काम किया है. नीतीश कुमार बधाई के पात्र हैं. यह पहला चुनाव है, जिसमें बिहार में किसी की जान नहीं गयी, जो यह साबित करता है कि बिहार में लोकतंत्र व सुशासन है.
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