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पटना: खालसा मेरो रूप है खास, खालसे में हउं करौ निवास
पटना सिटी : …खालसा मेरो रूप है खास, खालसे में हउं करौ निवास, …सकल जगत में खालसा पंथ गाजै से जैसे शबद कीर्तन रागी जत्थों ने छेड़ा तो संगत निहाल हो उठी. मौका था खालसा पंथ के 320 वें सृजना दिवस पर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में सजे विशेष दीवान का. विशेष दीवान […]
पटना सिटी : …खालसा मेरो रूप है खास, खालसे में हउं करौ निवास, …सकल जगत में खालसा पंथ गाजै से जैसे शबद कीर्तन रागी जत्थों ने छेड़ा तो संगत निहाल हो उठी. मौका था खालसा पंथ के 320 वें सृजना दिवस पर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में सजे विशेष दीवान का. विशेष दीवान में वक्ताओं ने कहा कि खालसा पंथ का सृजन करने वाले संत सिपाही व साहित्यकार गुरु गोबिंद सिंह महाराज का जीवन दर्शन मानवता का संदेश देता है.
गुरु महाराज के जीवन दर्शन में कहा था आज्ञा भई अकाल की,तभी चलाओ पंथ. अर्थात खालसा पंथ की नींव धर्म से परे होकर जीवन जीने के लिए रखा है. इसकी प्रासंगिकता बदले परिवेश में बढ़ गयी है क्योंकि सर्वधर्म समभाव की शिक्षा के साथ समाज को एकता व अखंडता के सूत्र में पिरोने का खालसा पंथ सशक्त माध्यम है.
विशेष दीवान की शुरुआत भाई नविंदर सिंह ने की. इसके बाद लुधियाना से आये रागी भाई जोधवीर सिंह ने शबद कीर्तन किया. विशेष दीवान में पटियाला से आये भाई इंद्रजीत सिंह फक्कर व दिल्ली से आये भाई हरचरण सिंह ने शबद कीर्तन किया. विशेष दीवान में कथावाचक ज्ञानी दलजीत सिंह ने खालसा पंथ के महत्व पर कथा की. वही गुरुवाणी मर्मज्ञ प्रो लाल मोहर उपाध्याय ने प्रवचन किया.इससे पहले बीते दो दिनों से चल रहे गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की समाप्ति के बाद विशेष दीवान सजा. विशेष दीवान की समाप्ति विश्व शांति व भाईचारे के लिए अरदास के साथ हुई. अरदास वरीय मीत ग्रंथी बलदेव सिंह ने किया. इस दौरान हुकूमनामा व शस्त्र दर्शन भी कराया गया.
शाम के समय सजे विशेष दीवान में कीर्तन सोदर भाई जोगिंदर सिंह व गुरु इतिहास कथा ज्ञानी चरण जीत सिंह ने की. विशेष दीवान में प्रबंधक कमेटी के महासचिव महेंद्रपाल सिंह ढिल्लन, सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा, सरदार प्रेम सिंह, इंद्रजीत सिंह बग्गा,तेजेंद्र सिंह बंटी, सूरज सिंह, दलजीत सिंह, दिलीप सिंह पटेल, पपींद्र सिंह, महाकांत राय, त्रिलोक सिंह, देवेंद्र सिंह, मनप्रीत सिंह, जगजीवन सिंह, अमरजीत सिंह सम्मी व दमनजीत सिंह रानू समेत काफी संख्या में संगत उपस्थित थी.
बाल लीला में भी अखंड पाठ की समाप्ति
बाल लीला गुरुद्वारा में भी खालसा सृजना दिवस को ले बीते दो दिनों से बाबा मनिंदर सिंह की देखरेख में चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का समापन हुआ. इसके बाद बाबा गुरविंदर सिंह ने विश्व शांति व भाईचारे के लिए अरदास किया. फिर शबद कीर्तन व धार्मिक आयोजन के उपरांत शिविर लगा कर गुरु का अटूट लंगर चला. आयोजन में मनोज त्रिवेदी, सत्येंद्र मिश्र, प्रबंधक कमेटी के सदस्य राजा सिंह आदि शामिल हुए.
अमृत छक ली दीक्षा लंगर भी चला
खालसा सृजना दिवस के मौके पर सजे विशेष दीवान की समाप्ति के बाद तख्त साहिब के उपरि मंजिल पर अमृत बांटा का आयोजन किया गया. इसमें दर्जनों लोगों ने अमृत छक सिख पंथ की दीक्षा ली. विशेष दीवान की समाप्ति के बाद सृजना दिवस समारोह में शामिल होने आयी सिख संगत ने लंगर छक गुरु का प्रसाद ग्रहण किया.लंगर की सेवा तेजेंद्र सिंह बंटी व देविंदर सिंह समेत अन्य ने की.
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