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मोकामा : ….जब चलती ट्रेन में दो आंगनबाड़ी सेविकाओं को बनाया बंधक
पटना से मोर स्टेशन जाने के लिए सेविकाएं ट्रेन में हुई थीं सवार घटना दानापुर-टाटा एक्सप्रेस की मोकामा : चलती ट्रेन में बदमाशों ने दो आंगनबाड़ी सेविकाओं को बंधक बना लिया. वहीं, दोनों के साथ बेरहमी से मारपीट की. यह घटना पटना–मोकामा रेलखंड पर गुरुवार की सुबह में घटी. पीड़िताओं में मोकामा की सुल्तानपुर धोबिया […]
पटना से मोर स्टेशन जाने के लिए सेविकाएं ट्रेन में हुई थीं सवार
घटना दानापुर-टाटा एक्सप्रेस की
मोकामा : चलती ट्रेन में बदमाशों ने दो आंगनबाड़ी सेविकाओं को बंधक बना लिया. वहीं, दोनों के साथ बेरहमी से मारपीट की. यह घटना पटना–मोकामा रेलखंड पर गुरुवार की सुबह में घटी. पीड़िताओं में मोकामा की सुल्तानपुर धोबिया टोली केंद्र की सेविका सुनीता कुमारी और शिवनार के एक केंद्र की सेविका पूनम कुमारी शामिल हैं. पटना से मोर स्टेशन जाने के लिए सेविकाएं दानापुर-टाटा (सुपर) एक्सप्रेस में सवार हुई थीं.
मोकामा में यात्रियों की सूचना पर सेविकाओं को बदमाशों की चंगुल से मुक्त कराया गया. दरअसल पटना से ट्रेन खुलने के बाद सीट को लेकर जनरल बोगी में बैठी दो अन्य महिलाओं से सेविकाओं का विवाद शुरू हुआ. कहासुनी होने पर दोनों महिलाओं ने मोबाइल से संपर्क कर दूसरी बोगी में बैठे परिजनों को इसकी सूचना दे दी.
बख्तियारपुर स्टेशन पर अचानक चार-पांच युवक सेविकाओं के पास आ धमके. वहीं उन्होंने कब्जे में कर सेविकाओं से मारपीट शुरू कर दी.
इससे दोनों घायल हो गयीं. मोर स्टेशन पर ट्रेन रुकने पर घायल सेविकाओं ने उतरने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों की चंगुल से वे मुक्त नहीं हो सकीं. मामला बिगड़ता देखकर ट्रेन में बैठे यात्रियों ने रेल पुलिस को घटना की जानकारी दी, लेकिन इस बीच ट्रेन मोकामा स्टेशन से भी खुल गयी.
तब यात्रियों ने वैक्यूम कर ट्रेन को मोकामा स्टेशन के पूर्वी आउटर सिगनल पर रोक लिया. मोकामा स्टेशन से अफरा-तफरी में पहुंचे जीआरपी व आरपीएफ के जवानों ने कार्रवाई शुरू की. हालांकि, इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इस संबंध में मोकामा जीआरपी थानेदार का कहना है कि सीट को लेकर झड़प हुई थी, लेकिन इस मामले में किसी ने शिकायत दर्ज नहीं करायी है.
सेविकाओं के परिजनों का हंगामा
इधर ट्रेन में मारपीट की सूचना आंगनबाड़ी सेविकाओं के परिजनों को भी मिल गयी. वे मोर स्टेशन पर सेविकाओं का इंतजार कर रहे थे, लेकिन दोनों के ट्रेन से नहीं उतरने पर वे अफरा-तफरी में मोकामा स्टेशन पहुंचे. इस बीच ट्रेन मोकामा से भी खुल चुकी थी. घटना को लेकर गुस्साये परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक आंगबाड़ी सेविकाएं पटना से मोर के बीच प्रतिदिन ट्रेन से आवागमन करती हैं.
नवादा जा रहे थे बदमाश
बताया जा रहा है कि सेविकाओं को बंधक बनाने वाले बदमाश पटना से नवादा जा रहे थे. मतदान में जाने के लिए दर्जनों महिला व पुरुष ट्रेन में सवार थे. इस दौरान किऊल तक जाने के लिए सभी टाटा सुपर में सवार हो गये थे क्योंकि किऊल से सड़क मार्ग से नवादा जाने की योजना थी. सेविकाओं का कहना है कि उन्हें बंधक बनाकर बदमाश किऊल ले जाना चाह रहे थे.
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