नयी दिल्ली : भाजपा के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गये. इसके कुछ ही घंटे बाद कांग्रेस ने उन्हें पटना साहिब सीट से उम्मीदवार घोषित किया.
इस सीट पर भाजपा ने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में सिन्हा ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. वह पिछले लोकसभा चुनाव में पटना साहिब से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे.
सिन्हा ने दावा किया कि भाजपा में लोकतंत्र को तानाशाही बदल दिया गया, जिसकी वजह से उन्हें इस पार्टी से अलग होना पड़ा. यह भी कहा कि वह उस कांग्रेस में शामिल हुए हैं, जिसका देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘देश का भविष्य’ बताते हुए कहा कि मुझे लालू प्रसाद का भी सहयोग मिला है.
इसलिए मैं उनका आभारी हूं. सिन्हा ने कहा कि भाजपा में मेरी परवरिश हुई. धीरे-धीरे मैं आगे बढ़ता गया. बाद में परिवर्तन शुरू हुआ, जो अच्छा नहीं था. धीरे-धीरे भाजपा में लोकतंत्र तानाशाही में बदल गया. बड़े महारथियों को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया, जिसकी कोई बैठक नहीं हुई. यशवंत सिन्हा, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन व अरुण शौरी के साथ क्या किया हुआ, सबको पता है. आज तक मुझ पर कोई आरोप नहीं लगा. फिर भी दूरी बनायी गयी.
नोटबंदी और जीएसटी सबसे बड़ा घोटाला
सिन्हा ने नोटबंदी व जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. कहा कि 100 स्मार्ट सिटी का वादा किया गया, लेकिन एक भी दिखा नहीं. मैंने देश हित की बात की थी. राफेल या किसी दूसरे मामले में कमीशन नहीं मांगा था. कोई डील नहीं की. मैं राहुल जी से सहमत हूं कि नोटबंदी सबसे बड़ा घोटाला है.
भाजपा अब वन मैन शो व टू मैन आर्मी
सिन्हा ने दावा किया भाजपा में ‘वन मैन शो’ और ‘टू मैन आर्मी’ वालों के पैमाने पर जो खरा नहीं उतरा, उसे किनारे लगा देते हैं. अब तो आडवाणी जी को भी ब्लॉग लिखना पड़ा. पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रचार पर हजारों करोड़ रुपये खर्च करने की जगह यदि विकास पर ध्यान गया होता, तो बहुत कुछ हो जाता.
मधुबनी से बद्री पूर्वे और शिवहर से फैसल प्रत्याशी
पटना : लंबी जद्दोजहद के बाद महागठबंधन ने मधुबनी व शिवहर सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वीआइपी कोटे में गयी मधुबनी सीट पर इ बद्री पूर्वे को उम्मीदवार घाेषित किया गया है.
पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके नाम का एलान किया. पेशे से सिविल इंजीनियर बद्री पूर्वे वर्तमान में राजद के प्रदेश महासचिव थे. वहीं राजद ने अपने कोटे की शिवहर सीट पर फैसल अली को उम्मीदवार बनाया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने इसका एलान किया. फैसल मूल रूप से गया के रहने वाले हैं. वह पत्रकारिता से जुड़े हैं. मालूम हो कि तेज प्रताप यादव शिवहर से अंकेश सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनकी मांग को तवज्जो नहीं दी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि जदयू में शामिल
रालोसपा से अलग हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि शनिवार को जदयू में शामिल हो गये. प्रदेश जदयू कार्यालय में आयोजित मिलन समाराेह में उन्होंने जदयू की सदस्यता ग्रहण की.
नागमणि के साथ उनकी पत्नी पूर्व मंत्री सुचित्रा सिन्हा और रालोसपा के पूर्व महासचिव महेंद्र प्रताप समेत 107 लोग भी जदयू में शामिल हुए. इस मौके पर नागमणि ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता उजियारपुर और काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा को हराने की है.
उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार और नागमणि एक हो गये हैं. इससे बिहार में लव-कुश को अलग करने की साजिश नाकाम होगी. वह जदयू में बिना किसी स्वार्थ के शामिल हुए हैं. नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करेंगे और हर स्तर पर उनका साथ देंगे. इस बार लोकसभा चुनाव में एनडीए और जदयू बिहार की सभी 40 सीटों को जीतेंगे. वहीं, सुचित्रा सिन्हा ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में लोकसभा की 40 सीटें जीतकर नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनाने का संकल्प जताया.
इससे पहले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने तीनों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवायी. उन्होंने कहा कि नागमणि के आने से जदयू बिहार में अधिक मजबूत होगा. इस मौके पर मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह, प्रदेश महासचिव डॉ नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, प्रवक्ता डाॅ अजय आलोक और युवा जदयू के ओम प्रकाश सिंह सेतु आदि नेता मौजूद थे.
