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पटना : 7वां वेतनमान देने पर विभाग और निगम आमने-सामने
पटना : पटना नगर निगम के कर्मियों को सातवें वेतन पुनरीक्षण का लाभ दिये जाने पर विवाद हो गया है. पिछले साल नगर निगम की स्थायी समिति व निगम बोर्ड की बैठक में निगम कर्मियों को सातवां वेतन पुनरीक्षण का लाभ देने से संबंधित प्रस्ताव पारित कर लागू कर दिया गया. निगम कर्मियों को सातवां […]
पटना : पटना नगर निगम के कर्मियों को सातवें वेतन पुनरीक्षण का लाभ दिये जाने पर विवाद हो गया है. पिछले साल नगर निगम की स्थायी समिति व निगम बोर्ड की बैठक में निगम कर्मियों को सातवां वेतन पुनरीक्षण का लाभ देने से संबंधित प्रस्ताव पारित कर लागू कर दिया गया. निगम कर्मियों को सातवां वेतनमान का लाभ मिल भी रहा है.
लेकिन, अब नगर विकास एवं आवास विभाग ने आपत्ति जताते हुए आयुक्त को सातवें वेतनमान पर तत्काल रोक लगाने एवं अधिक भुगतान की राशि का समायोजन संबंधित कर्मियों के वेतन से करने का निर्देश दिया है. इस निर्देश पर मेयर सीता साहू ने विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि निगम कर्मियों को सातवां वेतनमान नहीं देना है, तो सरकार के कैबिनेट से प्रस्ताव पारित करा ले. वहीं, पार्षदों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. पार्षदों का कहना है कि सरकार निगम की स्वायत्तता पर हमला कर रही है.
निर्देश को वापस ले
नगर आवास विकास विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार ने प्रधान सचिव के निर्देश पर नगर आयुक्त को सातवें वेतनमान पर रोक लगाने से संबंधित पत्र भेजा है.
इस पत्र के आलोक में वार्ड पार्षद डाॅ आशीष कुमार सिन्हा, कैलाश यादव और स्थायी समिति सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने कहा कि सरकार ने तुगलकी फरमान जारी कर निगम की स्वायत्तता पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि निगम की स्थायी समिति व बोर्ड के निर्णय पर रोक लगती रही, तो निगम का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की कि नगर आयुक्त को भेजे निर्देश को तत्काल वापस लें.
जो हमारी सभी तरह की परेशानियों में हमारे साथ खड़ा रहे, वही हमारा नेता
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र मसौढ़ी विधानसभा में अंतिम चरण में 19 मई को चुनाव है, लेकिन चौक-चौराहाें समेत गांव की चौपालों पर लोगों के बीच प्रत्याशियों के जीतने व हारने का दावा होने लगा है. लोगों से बातचीत में जो बातें आयी हैं, वह इस प्रकार हैं कि प्रत्याशियों के व्यक्तित्व का खुलापन ही उनके पक्ष में मतदान में मददगार साबित हो सकता है.
व्यवहार कुशल व लोगों के बीच सहज उपलब्ध होने वाले प्रत्याशी ही जनता का विश्वास जीतने में सफल हो पायेंगे. मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र के धनरूआ स्थित एक सार्वजनिक जगह पर बैठीं कुछ महिलाओं व पुरुषों के बीच चुनाव को लेकर चर्चा हो रही थी. लोगों के बीच सरकार के कार्यों का जहां मूल्यांकन किया जा रहा था, वहीं क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर भी लोगों के बीच चर्चा हो रही थी. लोगों का कहना था कि अभी तो सभी पार्टियों के प्रत्याशियों का नाम भी सामने नहीं आया है. हालांकि, दो प्रमुख घटकों के प्रत्याशियों का नाम सामने आने के सवाल पर लोगों ने अभी से कुछ भी कहना जल्दबाजी बताया.
वैसे लोगों को मत दें जो
आतकवादियों का पूरी तरह से सफाया का भरोसा दिला दे. इस बार किसी के झांसे में न आकर विवेक का इस्तेमाल मतदान में अवश्य करें.
बेबी देवी, शहीद संजय सिन्हा की पत्नी
क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा में मिलने वाली सुविधाओं में जो भी बढ़ोतरी का आश्वासन दे, उसी को वोट देें, ताकि छोटी-छोटी बीमारी के इलाज के लिए पटना न जाना पड़े.
डाॅ एमके मंगल, मसौढ़ी
सरकार नौजवानों के लिए रोजगार का सृजन करे. युवकों का पलायन रोक, उनके लिए यहीं कोई रोजगार का प्रबंध करा दे, वैसे प्रत्याशी को इस बार वाेट देना है.
दिव्यांशु उर्फ गोलु, शहरू ( धनरूआ )
चुनाव में वैसा प्रत्याशी, जो क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता से अमल में लाये, बिचौलियों से दूरी बना कर रखे, साथ ही लोगों को सहज उपलब्ध हो, उसे मतदान करेंगे.
प्रमोद कुमार, धनरूआ
जातिवाद से ऊपर उठ कर विकास करने वाले प्रत्याशियों को वोट देना चाहिए. बात बनाकर लोगों को ठगने वाले प्रत्याशी से सावधान रहने की जरूरत है.
प्रिन्स कुमार, मसौढ़ी
लोकसभा चुनाव में सभी मुद्दे पीछे पड़ गये हैं. सभी पार्टियों के नेताओं द्वारा एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए तरह-तरह के प्रचार किये जा रहे हैं. झूठा आश्वासन देने वाले से सावधान रहने की जरूरत है. वक्त की मांग व अपनी अगले पीढ़ी के भविष्य को ध्यान में रख कर इस बार मतदान करें. जो हमारे हितों के बारे में सोचे उसे ही वोट करें.
कुणाल कुमार, सरवां, मसौढ़ी
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