पटना : 1967 में हुए चौथे लोकसभा चुनाव में संयुक्त बिहार में निर्दलीय उम्मीदवार का पलड़ा भारी रहा. तीसरे लोकसभा चुनाव में जहां निर्दलीय उम्मीदवार एक भी सफल नहीं हुए, वहीं चौथे लोकसभा चुनाव में चार निर्दलीय उम्मीदवार सफल रहे.
नवादा से एमएसपीएन पूरी, चतरा से वी राजे, हजारीबाग से बीएस सिंह व सिंहभूम सुरक्षित क्षेत्र से के विरूआ को जीत मिली. क्षेत्रीय पार्टियों में धनबाद से जन क्रांति दल की एकमात्र उम्मीदवार एलआर लक्ष्मी चुनाव जीत गयीं. चुनाव में महिला उम्मीदवारों में एक तिहाई को सफलता मिली. 95 निर्दलीय व जन क्रांति दल के पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. भारतीय जन संघ को संयुक्त बिहार में पहली बार सफलता मिली. बांका से बीएस शर्मा जीत गये थे.
इस चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों का वर्चस्व रहा. कांग्रेस के 53 उम्मीदवार में 34 उम्मीदवार सफल रहे. सीपीआइ के 17 उम्मीदवार में पांच सफल रहे. केसरिया से केएम मधुकर, जयनगर से बी झा, बेगूसराय से वाइ शर्मा, पटना से आरए शास्त्री व जहानाबाद से सीएस सिंह चुनाव जीत गये थे.
संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के 34 में सात उम्मीदवार जीतने में सफल रहे. इसमें मधुबनी से एससी झा, रोसड़ा सुरक्षित से के पासवान, सहरसा से जी ठाकुर, मधेपुरा से बीपी मंडल, मुंगेर से एलएम रामचंद्र, खगड़िया से के सिंह व बिक्रमगंज से एस शास्त्री कामयाब रहे. प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के एक मात्र उम्मीदवार किशनगंज से एलएल कपूर सीट बचाने में सफल रहे. स्वतंत्र पार्टी के 25 व सीपीएम के दो उम्मीदवार को कोई सफलता नहीं मिली.
एक तिहाई महिला उम्मीदवार जीतीं
चौथे लोकसभा चुनाव में पिछले तीन लोकसभा चुनाव से अधिक महिलाएं चुनाव मैदान में उतरी थीं. 12 महिलाओं में चार महिलाओं को सफलता मिली. बाढ़ से कांग्रेस की तारकेश्वरी सिन्हा, चतरा से निर्दलीय उम्मीदवार वी राजे, पलामू से कांग्रेस की के कुमारी व धनबाद से निर्दलीय उम्मीदवार एलआर लक्ष्मी चुनाव जीतने में सफल रहीं.
