पटना : बिहार में 31 जनवरी को आयोजित आइटीआइ की इंजीनियरिंग ड्राइंग की परीक्षा सूबे में रद्द कर दी गयी है. श्रम संसाधन विभाग ने परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ी की शिकायत के बाद केंद्र सरकार को अनुशंसा भेजी थी. वहीं, 30 जनवरी की परीक्षा रद्द करने के मामले में केंद्र सरकार की ओर से दोबारा विचार करने के लिए श्रम संसाधन विभाग, बिहार को पत्र भेजा गया है. रद्द हुई परीक्षा के लिए विभाग के स्तर पर दोबारा प्लानिंग करके भेजा जायेगा. उसके बाद यह परीक्षा दोबारा ली जायेगी.
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इस संबंध में नियोजन एवं प्रशिक्षण निदेशक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बिहार में 31 जनवरी को संपन्न हुई आइटीआइ परीक्षा राज्यभर में रद्द कर दी गयी है. सरकार की ओर से परीक्षा रद्द करने के लिए अनुशंसा की गयी थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने इस संबंध में गुरुवार को पत्र भेज दिया है. रद्द हुई परीक्षा दोबारा ली जायेगी.
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प्रैक्टिकल में गड़बड़ी करनेवाले 60 से अधिक सेंटरों से मांगा गया स्पष्टीकरण
आइटीआइ परीक्षा के दौरान छात्रों का प्रैक्टिकल निर्धारित समय में सेंटर पर जमा नहीं हुए. सेंटर ने बाद में छात्रों का जॉब फाइल जमा किया था. इसकी जांच 130 सेंटरों पर की गयी और मामला सत्य प्रमाणित होने पर शुक्रवार तक 60 से अधिक सेंटरों को स्पष्टीकरण भेजा गया है. अगर जवाब 20 दिनों के भीतर नहीं आयेगा, तो सेंटरों पर कार्रवाई की जायेगी. अन्य सेंटरों पर जांच की प्रक्रिया चल रही है.
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क्या है मामला?
आइटीआइ परीक्षा के दौरान राज्य में धांधली की शिकायत आने और प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आया. परीक्षा के पहले दिन पहली में 232 और दूसरी पाली में 428 छात्रों को निष्कासित किया गया था. इसके बाद विभागीय स्तर पर जांच तेज की गयी है. निष्कासित की बढ़ी संख्या को देखते हुए 50 से अधिक सेंटरों पर जांच की गयी, जिसमें बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है. वहीं, तीन दिनों की परीक्षा में करीब 780 छात्र निष्कासित किये गये थे.
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