पटना : बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित कराने के लिए राज्यसभा में लाए जाने पर अपनी पार्टी द्वारा विरोध किए जाने के निर्णय को सही ठहराते हुए सोमवार को कांग्रेस से कहा वह इसको लेकर अपना रुख स्पष्ट करे़ नीतीश कुमार ने यहां लोक संवाद के बाद मीडियाकर्मियों द्वारा उनकी पार्टी के उक्त निर्णय के बारे में पूछे जाने पर कहा कि असम गण परिषद (अगप) का एक शिष्टमंडल हमसे कुछ दिन पहले मिला था और इस मामले में हमने गृहमंत्री को अपनी बातों से अवगत करा दिया है़ हमलोगों का मानना है कि असम के लोगों की अपनी पहचान है, उस पर असर नहीं पड़ना चाहिए, उनकी भावनाओं का सम्मान होना चाहिए़
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस विधेयक को लोकसभा में लाए जाने पर कांग्रेस इसका विरोध करने के बजाए सदन से बहिर्गमन कर गयी थी़ नीतीश ने कहा कि इस विधेयक को पारित किए जाने के लिए राज्यसभा में लाए जाने पर अगर कांग्रेस इसके विरोध में मतदान नहीं करती है और सदन से बहिर्गमन कर जाती है तो यह समझा जाएगा कि इस बिल को उसका समर्थन प्राप्त है़ उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्यसभा में इस बिल को लेकर कांग्रेस का क्या रुख रहता है वही जाने, लेकिन एक राजनीतिक दल के नाते हमलोगों की राय स्पष्ट है और हमारा मानना है कि किसी राज्य के लोगों की जो अपनी पहचान है उसपर असर नहीं पड़ना चाहिए़ इस बारे केंद्र सरकार को निर्णय लेना है और हमलोगों ने अपनी राय दे दी है यह उचित नहीं है़
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