पटना : लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच महागठबंधन में भी सीट बंटवारे पर मंथन जारी है. एनडीए में सीटों की घोषणा के बाद अब महागठबंधन दलों के बीच भी बंटवारे को लेकर दबाव बढ़ गया है. इसी क्रम में रांची के रिम्स (अस्पताल) में आज बिहार महागठबंधन के नेता लालू यादव से मुलाकात की. लालू से मिलने उनके बेटे तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा और निषाद संघ के नेता मुकेश सहनी पहुंचे थे.
लालू से मुलाकात कर बाहर निकले रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम लालू जी का हालचाल जानने गये थें. हालांकि, इस दौरान राजनीतिक बातें भी हुई. हमारा एक ही लक्ष्य है कि बिहार और झारखंड में एनडीए का खाता नहीं खुलने देना है. सीट शेयरिंग को लेकर पूछे गये सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर भी बात हुई है, लेकिन अभी इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है. इसके लिए अलग से समय निर्धारित कर संयुक्त रूप से घोषणा की जायेगी. वहीं, मौके पर मौजूद निषाद संघ के नेता मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन में सभी के सम्मान को ध्यान में रखकर सीटों का बंटवारा होगा. सभी पार्टी मिलकर इस पर फैसला करेंगे. ज्ञात हो कि लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव भी लालू से मिलने रांची जाने वाले थे, लेकिन किसी वजह से वो नहीं जा सके.
सूत्रों की माने तो रांची के रिम्स में लालू से मुलाकात के बाद बिहार में महागठबंधन के सीट शेयरिंग को लेकर कुछ ठोस नतीजा पर पहुंच गया है. सीटों के बंटवारे पर फाइनल मोहर भले न लग पाया हो मगर इतना तो तय है कि इस मुलाकात के बाद महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बड़ा फैसला लिया जायेगा. महागठबंधन की पार्टियों के बीच सीट का वितरण कैसे हो, इस पर विस्तार से चर्चा हो गयी होगी. वहीं, महागठबंधन में शामिल होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा पहली बार लालू से मुलाकात की. विदित हो कि पिछले सप्ताह कांग्रेस और जेएमएम के कई नेताओं ने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से मुलाकात की थी.
इससे पहले लालू से मिलने वाले नेता किसी सियासी बातचीत से इन्कार किया था. लालू के बेटे व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि वे बीमार पिता से मिलने व उनका हालचाल जानने आये हैं. नये साल में उनसे मुलाकात नहीं हो सकती थी. इसलिए पहले ही आर्शीवाद लेने पहुंचे हैं. इसके साथ ही रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि वे लोग लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं और इसकी जानकारी लेने आये हैं. मुलाकात को कोई राजनीतिक कारण नहीं है.
ऐसा माना जा रहा है कि महागठबंधन में राजद व कांग्रेस अधिकांश सीटों पर लड़ेंगे. इधर, रालोसपा को चार-पांच तो ‘हम’ को तीन सीटें चाहिए. निषाद संघ के नेता मुकेश सहनी को भी एडजस्ट करना है. शरद यादव की पार्टी भी है. दरअसल, बिहार में महागठबंधन की छतरी तले इकट्ठा छोटे-बड़े दलों को साथ लेकर चलना बड़ी बात है. महागठबंधन में बिग बॉस की भूमिका निभा रहे लालू ही इस पर बड़ा फैसला लेंगे.
गौरतलब हो कि शुक्रवार को दोपहर बाद तेजस्वी यादव के साथ मुकेश सहनी रांची पहुंचे थे. उसके बाद देर शाम रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और नागमणि भी रांची पहुंचे. रांची पहुंचे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि चाहे केंद्र की सरकार हो, बिहार सरकार हो या झारखंड सरकार हो किसी सरकार ने जनता से किये वायदे को पूरा नहीं किया है. तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि अच्छे दिन केवल भाजपा के नेताओं का आया है. वहीं, महागठबंधन में अनंत सिंह की एंट्री के सवाल पर तेजस्वी ने दो टूक कहा ‘बैड एलिमेंट’ के लिए महागठबंधन में कोई जगह नहीं है. उन्होंने साफ कहा कि किसी के कुछ बोलने से कुछ फर्क नहीं पड़ता है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पिता से मुलाकात की थी और पार्टी सहित परिवार को लेकर चर्चा की थी. इसी दिन तेज प्रताप के अलावे बीजेपी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा, कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय और जेएमएम नेता हेमंत सोरेन ने लालू यादव से मुलाकात की थी. विदित हो कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला में सजायाफ्ता हैं और तबीयत खराब रहने की वजह से उनका रांची के रिम्स में इलाज चल रहा है. पिछले पखवारे में उनकी तबीयत कुछ ज्यादा बिगड़ गयी थी. हालांकि, अब उनकी तबीयत पहले से बेहतर और स्थिर बतायी जा रही है.