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लोकसभा चुनाव : बांटने के बदले फेंके जा रहे वोटर आईडी कार्ड, जानें पूरा मामला
कुर्जी घाट पर फेंकने जा रहे थे मतदाता पहचान पत्र, सड़क पर बिखरा तो लोगों ने दी सूचना 247 वोटर आर्डडी मिले पटना : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जहां जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. रविवार को शहर के सैकड़ों स्कूलों को खोल कर नये मतदाता कार्ड बनवाने […]
कुर्जी घाट पर फेंकने जा रहे थे मतदाता पहचान पत्र, सड़क पर बिखरा तो लोगों ने दी सूचना
247 वोटर आर्डडी मिले
पटना : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जहां जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. रविवार को शहर के सैकड़ों स्कूलों को खोल कर नये मतदाता कार्ड बनवाने व दावा आपत्ति लेने का काम किया जा रहा था, वहीं कुर्जी घाट पर फेंके गये वोटर आर्डकार्ड मिलने से जिला प्रशासन के हाथ-पांव फुल गये. मामले में दीघा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
जानकारी के अनुसार कुर्जी घाट कचरे के बोरे में भर कर कोर्ड को फेंकने के लिए लाया जा रहा था. इस दौरान संत माइकल के पास बोरे से वोटर आईडीकार्ड गिरने लगे. सड़क पर बिखरे दर्जनों कार्ड को देखने के बाद लोगों ने दीघा थाना को इसकी सूचना दी.
सूचना के बाद पुलिस पहुंच कर कार्ड को जब्त कर लिया और उसे थाने ले गयी. स्थानीय लोगों की मानें तो सभी कार्ड वर्ष 2014 के थे. दीघा थानाध्यक्ष ने बताया कि कुल 247 वोटर आर्डडी कार्ड मिले हैं. जिसकी जानकारी जिलाधिकारी कुमार रवि को दे दी गयी है.
जिलाधिकारी ने बताया कि वोटर आर्डडी कार्ड मिलने की सूचना के बाद कार्रवाई की जा रही है. एसडीओ सदर को इसके जांच के निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि उनके पास 34 कार्ड आये हैं. जो वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2015 तक के हैं. ऐसे में विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है.
उन्होंने बताया कि कई वर्षों के कार्ड मिलने से एेसा भी हो सकता है कि किसी योजना का लाभ देने के लिए इसे एक जगह जमा कराया गया हो. इसके अलावा बीएलओ स्तर से अगर कार्ड को जमा कराया गया हो और अब इसे फेंका जा रहा हो, इसकी भी जांच की जा रही है.
जिलाधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के वोटर आर्डडी कार्ड मिले हैं, उनसे भी जानकारी ली जायेगी. कार्ड पर होलोग्राम है, इसलिए सही और फर्जी होने के बिंदु पर भी जांच की जा रही है.
सभी कार्ड वर्ष 2014 के थे और नये लग रहे थे
कुर्जी घाट कचरे के बोरे में भर कर कार्ड को फेंकने के लिए स्थानीय लोगों के अनुसार सभी कार्ड वर्ष 2014 के थे और देखने में नये लग रहे थे. ऐसे में इसकी अधिक संभावना है कि आर्डडी कार्ड लोगों तक पहुंचा ही नहीं हो. नये कार्ड बनने के बाद बीएलओ स्तर से इनका वितरण नहीं किया गया हो और अब जब नये आर्डडी कार्ड बनवाने की प्रक्रिया चल रही है, तो नये कार्ड के बाद पुराने को खपाने के लिए फेंकने का काम किया जा रहा हो.
तीन दिनों में जांच रिपोर्ट देने का दिया निर्देश
सड़क पर मिले लावारिस राशन कार्ड में जिलाधिकारी ने निर्देश पर अवर निर्वाचन पदाधिकारी कुमुद रंजन ने दीघा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसके साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में जांच टीम बनाकर तीन दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.
साढ़े 12 हजार से अधिक आये नाम जुड़वाने
पटना. लोकसभा चुनाव को लेकर नये मतदाताओं के नाम जुड़वाने से लेकर अन्य दावा आपत्तियों के लिए रविवार को जिले के सभी मतदान केंद्रों पर विशेष शिविर का आयोजन किया गया था. इस दौरान पूरे जिले में 12 हजार सात सौ 75 नये वोटरों के नाम जोड़ने के लिए आवेदन आये. इसके अलावा नाम हटाने को लेकर 802 लोगों ने आवेदन दिया.
इसके अलावा नाम संशोधन के लिए 735 आवेदन और नाम स्थानांतरण के लिए 112 लोगों ने आवेदन किया. वहीं दिव्यांग नागरिकों से दावा आपत्ति की संख्या 520 व 18 से 19 वर्ष के बीच नये वोटरों के दावा आपत्ति आने की संख्या 1246 थी. गौरतलब है कि जिले में कुल 4620 मतदान केंद्रों पर शिविर का आयोजन किया गया. इसमें 18 बूथों में जिलाधिकारी कुमार रवि ने जाकर जांच की, जबकि उपनिर्वाचन पदाधिकारी रत्नांभर निलय ने 31 बूथों के जांच किये. उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि नये नाम जुड़वाने व दावा आपत्ति के लिए लोगों ने रुचि कम दिखायी. एनएन कॉलेज में 14 बूथ बनाया गया था, इसमें मात्र तीन लोगों ने आवेदन किया. 28 अक्तूबर को भी एक विशेष अभियान दिवस मनाया जायेगा.
बाढ़ : आसपास के क्षेत्रों में चला पुनरीक्षण अभियान
बाढ़ : प्रखंड में रविवार को मतदाता सूची के पुनरीक्षण एवं नाम जोड़ने को लेकर लंगरपुर गांव स्थित बूथ संख्या 134 और 135 पर तैनात बीएलओ दीपक कुमार और निर्मला कुमारी ने बताया कि दो बूथों पर अब तक 41 मतदाताओं के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं.
पटना सिटी के एसडीओ राजेश रोशन ने बताया कि अधिकतर मतदान केंद्रों पर बूथ लेवल अफसरों व चुनाव कार्य कराने के लिए प्रतिनियुक्त 12 पर्यवेक्षकों की निगरानी में कार्य कराया गया है. कुछ जगहों पर बीएलओ के देर से पहुंचने व गायब रहने की भी शिकायत मिली है.
इसके आलोक में अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी. बिहटा में सहायक निबंधक निर्वाचन पदाधिकारी (एईआरओ) सह प्रखंड विकास पदाधिकारी विभेष आनंद व अंचलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. अभियान में एईआरओ विभेष आनंद और सुनील कुमार वर्मा ने सभी मतदान बूथों का निरीक्षण किया.
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