पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि राज्य को दो अक्टूबर 2019 तक ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) बनाना है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री सचिवालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कहा कि दो अक्टूबर 2019 के पहले राज्य को ओडीएफ बनाने का संकल्प लें. खुले में शौच से राज्य को मुक्त बनाएं. उन्होंने कहा कि 3,200 वार्डों एवं 62 नगर निकाय खुले में शौच से मुक्त हो गये हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू ने स्वच्छता का संदेश दिया था. उन्होंने चंपारण यात्रा के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया था. हम लोग पटना सहित राज्य के अन्य शहरों एवं गांवों के स्वच्छता के लिए काम कर रहे हैं. हर घर पीने का स्वच्छ पानी और बिजली की व्यवस्था करने के साथ ही पक्की गली-नाली का निर्माण, शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है कचरा प्रबंधन एवं गंदगी दूर करने की मानसिकता भी लोगों में विकसित करनी होगी ताकि पूरा समाज और आसपास के इलाके को स्वच्छ रखा जा सके.
उन्होंने कहा कि बापू के विचारों के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखते हुए जन अभियान चलाने की जरूरत है. इससे लोगों में जागृति आएगी जिससे शहर की सूरत बदलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पेयजल पाइपलाइन पहुंचाने की योजना के तहत राज्य के सभी 3,250 शहरी वार्डों में से 2,040 वार्डों में पेयजल पहुंचाने का काम शुरू हुआ है. इसमें से 223 वार्डों में काम पूर्ण हो गया है. 3,121 वार्डों में से पक्की गली-नाली का काम शुरू हुआ है जिसमें 203 वार्डों में काम पूर्ण हो गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर शुद्ध पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था हो जाए तो आज होने वाली 90 प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जायेगा. उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग गीला एवं सूखे कचरे के कलेक्शन के लिए अलग-अलग व्यवस्था कर रहा है. कचरे का उचित प्रबंधन कर बिजली का भी उत्पादन किया जायेगा.
नीतीश ने कहा कि उन्हें जो जानकारी मिली है उसके अनुसार अमेरिका की कंपनी इस काम को करेगी और कचरे के बदले उसका मूल्य भी देगी. आज इसका शिलान्यास हुआ है और एक वर्ष के अंदर यह काम पूर्ण हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में कचरे का उचित प्रबंधन कर उसे उर्वरक के रूप में बदला जाएगा. अलग-अलग शहरों के लिए वहां की उपयोगिता के अनुसार कचरे का प्रबंधन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक की थैली को प्रतिबंधित कर वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराने की योजना है. उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि आज बापू की जयंती की पूर्व संध्या पर नगर निगम ने विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया है जिसमें डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के लिए वाहनों का प्रबंध किया गया है. इसके तहत प्रत्येक वार्ड में पांच वाहन उपलब्ध होंगे. कचरे को उचित स्थान पर पहुंचाने के तत्पश्चात बिजली का उत्पादन भी वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के माध्यम से किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने पटना के जिलाधिकारी से कहा कि सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं का उचित प्रबंधन करें. कार्यक्रम को नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने भी संबोधित किया.