पटना : मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के विरोध में मंगलवार को वामदलों के आह्वान पर राज्यभर में मानव शृंखला बनायी गयी. इसमें अधिकतर विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए. सभी ने इस कांड को बिहार सरकार की विफलता बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से इस्तीफे की मांग की.
मानव शृंखला के दौरान भाकपा-माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि अब संगठित बलात्कार व अपराध के अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. पटना हाईकोर्ट द्वारा मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की जांच से जुड़ी खबरों को प्रकाशित करने पर रोक पूरी तरह अलोकतांत्रिक और संविधान विरोधी कदम है. हम सब इसका विरोध करने आये हैं.
मानव शृंखला को राजद, समाजवादी पार्टी, हम आदि पार्टियों ने भी अपना सक्रिय समर्थन दिया. पूरे बिहार में मंगलवार को 12 से एक बजे तक कतारबद्ध होकर लोगों ने बलात्कार के खिलाफ आवाज उठायी और उस पर तत्काल रोक की मांग की.
पटना में आयोजित मानव शृंखला में भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार, एसयूसीआईसी के राज्य सचिव अरुण कुमार सिंह, फारवर्ड ब्लाॅक के महासचिव अशोक कुमार आदि प्रमुख नेता शामिल हुए. राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूर्वे, ऐपवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो भारती एस कुमार आदि शामिल हुए. डा. पीएनपी पाल, सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार मणि, बिहार महिला समाज की निवेदिता झा, राज श्री किरण, भाकपा माले के वरिष्ठ नेता केडी यादव, समकालीन जनमत के प्रधान संपादक रामजी राय, इंसाफ मंच के राजाराम, प्रो. संतोष कुमार, डाॅ. अलीम अख्तर, सीपीआई के रवीन्द्र नाथ राय, सीपीआईएम के अरूण मिश्रा, खेग्रामस के बिहार राज्य सचिव गोपाल रविदास, जनवादी महिला संगठन की रामपरी देवी सहित बड़ी संख्या में छात्र-नौजवान, संस्कृतिकर्मी, नाट्यकर्मी आदि भी शृंखला में शामिल हुए.
