डॉक्टर के कहने पर पति गया था पत्नी के लिए खून लाने
इमरजेंसी में ले जाने के लिए महिला को दिये गये थे बच्चे
आरोपित महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया
भागलपुर : मधेपुरा जिले के चौंसा थाने के अरसंडी निवासी सात माह की गर्भवती महिला अझुला देवी को जुड़वां बच्चे पैदा हुए. ऑपरेशन के बाद दोनों नवजातों को डॉक्टर ने उसकी भाभी शाेभा देवी को सौंप शिशु रोग विशेषज्ञ को दिखाने के लिए इमरजेंसी भेजा. पति अपनी पत्नी का खून लेने के लिए इधर ब्लड बैंक चला गया.
दूसरी तरफ शोभा देवी दोनों नवजातों को गोद में लेकर इमरजेंसी के लिए निकली और रेडियोलॉजी विभाग की तरफ मुड़ने वाली गैलरी में बने खिड़की से दोनों नवजाताें को नीचे फेंक दिया. लोगों ने उसे एेसा करते देख शोर मचाया. हाॅस्पिटल के कर्मचारी जुटे और दोनों नवजातों को इमरजेंसी के एसीओ रूम में लेकर गये, जहां डॉक्टर ने एक नवजात को मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे की हालत को गंभीर बताकर उसे रिससिटेशन रूम (आइसीयू) में भर्ती करा दिया. इधर, सूचना पर पहुंची बरारी पुलिस ने शोभा देवी को हिरासत में ले लिया. आरोपिता शोभा देवी ने बताया कि उसे नहीं मालूम था कि इमरजेंसी कहां है. उसने दोनों नवजात को ले जाकर खिड़की के बाहर डाल दिया.
