पटना/अररिया/जहानाबाद/भभुआ : बिहार में हुए उपचुनाव में राजद ने अपनी अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीट फिर जीत ली है, जबकि भाजपा अपनी भभुआ विधानसभा सीट को बचाने में कामयाब रही है.
हालांकि, अररिया में राजद की जीत का अंतर घटा है, जबकि जहानाबाद में उसकी जीत का अंतर बढ़ा है. वहीं, भाजपा ने भभुआ में 2015 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले दोगुने अंतर से जीत हासिल की है
अररिया लोकसभा क्षेत्र में राजद प्रत्याशी सरफराज आलम ने भाजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार सिंह को 61,788 वोटों से हराया. सरफराज आलम को 5,09,334 (49.16%) वोट मिले, जबकि प्रदीप कुमार सिंह ने 4,47,546 (43.20%) वोट हासिल किये. खास बात है कि यहां नोटा के तहत 17,607 वोट डाले गये. इस संसदीय क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में से चार (नरपतगंज, फारबिसगंज, सिकटी व रानीगंज) में भाजपा को, जबकि दो विधानसभा क्षेत्रों (अररिया व जोकीहाट) में राजद को बढ़त मिली. लेकिन इन दो विधानसभा क्षेत्रों में राजद प्रत्याशी इतनी बढ़त (1.30 लाख से अधिक) मिली कि वह 61,788 वोटों से उपचुनाव जीतने में कामयाब रहे.
2014 के लोकसभा चुनाव में अररिया से राजद के तस्लीमुद्दीन एक लाख 46 हजार वोटों से जीते थे. उस समय तस्लीमुद्दीन को 4,07,978 और भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 2,61, 474 वोट मिले थे. बीते वर्ष सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन के बार रिक्त हुई सीट के लिए उपचुनाव का एलान हुआ तो जोकीहाट के जदयू विधायक व तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम जदयू छोड़ राजद में शामिल हो गये. उन्हें राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया.
निवर्तमान विधायक सह राजद के प्रधान महासचिव मुंद्रिका सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई जहानाबाद विधानसभा सीट के उपचुनाव में मुंद्रिका के बेटे और राजद प्रत्याशी कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव विजयी रहे.
उन्होंने जदयू प्रत्याशी अभिराम शर्मा को 35,343 मतों से पराजित किया. सुदय को 76,598 (54.21%) वोट मिले, जबकि जदयू प्रत्याशी को 41,255 (29.20%) वोट मिले. तीसरे स्थान पर माले प्रत्याशी कुंती देवी रहीं, जिन्हें 8498 वोट मिले. 2015 के विधानसभा चुनाव में मुंद्रिका सिंह यादव 30,321 वोटों से जीते थे. उन्हें 76,458 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे रालोसपा के प्रवीण कुमार को 46,137 वोट आये थे. इस तरह उपचुनाव में राजद का जीत का अंतर करीब पांच हजार बढ़ा है.
भभुआ विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रिंकी रानी पांडेय ने कांग्रेस प्रत्याशी शंभु सिंह पटेल को 14, 866 मतों से हरा दिया. रिंकी रानी पांडेय को जहां 64,613 (47.85%) वोट मिले, वहीं शंभु सिंह पटेल को 49, 547 (36.81%) वोट मिले. रिंकी रानी पांडेय भभुआ से विधायक बनने वाली पहली महिला हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में रिंकी के पति और भाजपा उम्मीदवार आनंद भूषण पांडेय को 50,768 वोट मिले थे और वह 7,444 मतों से जीते थे.
वहीं रिंकी रानी पांडेय ने लगभग दोगुने 14,866 मतों से जीत दर्ज की. उन्हें आनंद भूषण पांडेय से 13,845 वोट अधिक मिले. 2015 में दूसरे स्थान पर रहे जदयू के डॉ प्रमोद कुमार सिंह को 43,024 वोट मिले थे.
जीतने वालों को बधाई
भभुआ से श्रीमती रिंकी रानी पांडेय, जहानाबाद से कृष्ण मोहन यादव और अररिया से सरफराज आलम को उपचुनाव में जीत दर्ज करने पर बधाई.
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
चुनाव के बीच में सपा-बसपा के बीच जो आपसी सौदेबाजी और बेमेल गठबंधन हुआ उसको समझने में कहीं ना कहीं कमी रही और अति आत्मविश्वास उसका कारण है.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी
यह पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ जनादेश है. जब सीएम और डिप्टी सीएम के क्षेत्रों में इतनी नाराजगी है, तो सोचिये अाम चुनाव में क्या होगा.
अखिलेश यादव, पूर्व सीएम
