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2019 तक बिहार के लोगों को पीने को मिलेगा इस समस्या से मुक्त पानी, सुशील मोदी का दावा

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के मुख्यालय में गंगा के जीर्णोद्वारा अार्सेनिक की समस्याओं के समाधान के लिए हित धारकों के साथ आयोजित बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य के 11 जिलों के पेयजल में फ्लोराइड, […]

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के मुख्यालय में गंगा के जीर्णोद्वारा अार्सेनिक की समस्याओं के समाधान के लिए हित धारकों के साथ आयोजित बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य के 11 जिलों के पेयजल में फ्लोराइड, 9 जिलों में आयरन और 13 जिलों में आर्सेनिक की समस्या है. गंगा के तटवर्ती अार्सेनिक प्रभावित बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, समस्तीपुर, दरभंगा, भागलपुर, लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया एवं कटिहार जिलों के 961 बसावटों को 391.60 करोड़ खर्च कर अगले साल तक अर्सेनिक मुक्त पेयजल उपलब्ध करा दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य के रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, मुंगेर, शेखपुरा, जमुई, बंका, एवं भागलपुर जिलों के 3467 बसावटों में फ्लोराइड एवं बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज जिलों की 17833 बसावटों की आबादी पेयजल में आयरन की समस्या से जूझ रही है. 2019-20 तक इन जिनों में शुद्ध पानी मुहैया कराया जा येगा.

राज्य के बीस शहरों में 4166 करोड़ की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, गंगा किनारे के गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने, विद्युत शवदाह गृहों के जीर्णोद्वारा व सघन पौधारोपण के कार्यक्रम बनाये जा रहा हैं. गंगा घाटों, शवदाह गृहों, सामुदायिक शौचालयों आदि के लिए 314 करोड़ की पांच योजनाएं स्वीकृत हैं. 1169 करोड़ की लागत से पटना के बेउर, करमलीचक, सैदपुर, पहाड़ी और बक्सर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर काम हो रहा है. नमामि गंगे’ भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके अन्तर्गत गंगा को संरक्षित रखने, प्रदूषण में प्रभावी कमी लाने एवं जीर्णोद्धार के लिए 20 हजार करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया है. इस परियोजना के तहत बिहार सहित 8 राज्य, 47 शहर एवं गंगा की अन्य 12 सहायक नदियां शामिलहैं.

इसके अलावा भागलपुर, बेगूसराय और हाजीपुर में सीवरेज के लिए 3715 करोड़ की योजना है. गंगा नदी के जीर्णोद्धार को लेकर पटना में महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. इस बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मगध विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर कमर अहसन, मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के डॉ डेविड पोल्या, स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की देवप्रिया मंडल भी शामिल हुयीं. डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि क्लायमेट चेंज और प्रदूषण आने वाले दिनों में सबसे बड़ी चुनौती है और इसका सबसे ज्यादा प्रभाव कृषि और कृषि उत्पादकता पर ही पड़ेगा. इससे बीमारियां भी बढ़ेगी और प्रदूषण से बुरा हाल होगा. मोदी ने कहा कि हम इसको चुनौती के रूप में ले रहे हैं.

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