पटना : केंद्रीय बजट क्या पेश हुआ बिहार में सियासत शुरू हो गयी. सबसे पहले राजद के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बजट को लेकर सवाल उठाया है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर केंद्र सरकार और अरुण जेटली के बजट को नकारते हुए बिहार को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है. तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर भी निशाना साधा है और कहा कि बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे को लेकर आम बजट में कुछ नहीं मिला है और बिहार के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है.
मोदी सरकार ने धरातल पर कुछ नहीं किया और ना ही कर रही। सरकार सिर्फ़ कागज़ों पर बातों के पकौड़े और जुमलों के बताशे उतार रही है। #Budget2018
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में कहा है कि मोदी सरकार ने धरातल पर कुछ नहीं किया और ना ही कर रही। सरकार सिर्फ कागज़ों पर बातों के पकौड़े और जुमलों के बताशे उतार रही है. तेजस्वी यादव यही नहीं रुके हैं और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. तेजस्वी ने एक के बाद एक कई ट्वीट बजट को लेकर किये हैं.
बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं। बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला। नीतीश कुमार बताए क्या यही उनके लिए डबल इंजन है? नीतीश जी की वजह से बीजेपी की केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
तेजस्वी ने आगे लिखा कि बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं। बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला. नीतीश कुमार बताये क्या यही उनके लिए डबल इंजन है? नीतीश जी की वजह से बीजेपी की केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
बजट किसानों के साथ छलावा है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1600रू प्रति क्विंटल है लेकिन बाज़ार मे उस मूल्य पर कोई गेहूँ ख़रीदने वाला नहीं है।मजबूरन किसान को 1300 मे गेहूँ बेचना पड़ता है।किसका डेढ़ गुणा MSP देने की बात है? वातानुकूलित कैबिनों में बैठकर किसानों का भाग्य मत लिखिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
उसके बाद उन्होंने कहा कि बजट किसानों के साथ छलावा है. गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1600रू प्रति क्विंटल है लेकिन बाजार मे उस मूल्य पर कोई गेहूं खरीदने वाला नहीं है।मजबूरन किसान को 1300 मे गेहूं बेचना पड़ता है. किसका डेढ़ गुणाएमपीएस देने की बात है? वातानुकूलित कैबिनों में बैठकर किसानों का भाग्य मत लिखिए.
किसानों की खेती की चिंता छोड़ मोदी सरकार वोटों की खेती में लीन है।बीजेपी देश से किसानों को समाप्त करना चाहती है। पूँजीपतियों का NPA 10 लाख करोड़ है लेकिन पूँजीपतियों की रखवाली मोदी सरकार 80 करोड़ किसानों का कुछ हज़ार करोड़ रुपए क़र्ज़ माफ़ नहीं कर सकती।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की खेती की चिंता छोड़ मोदी सरकार वोटों की खेती में लीन है.भाजपा देश से किसानों को समाप्त करना चाहती है. पूंजीपतियों काएनपीए 10 लाख करोड़ है, लेकिन पूंजीपतियों की रखवाली मोदी सरकार 80 करोड़ किसानों का कुछ हजार करोड़ रुपये कर्ज माफ नहीं कर सकती. किसानों की इतनी ही चिंता है तो क्यों नहीं उनका कर्ज माफ कर देते आय तो उससे भी बढ़ जायेगी.
किसानों की इतनी ही चिंता है तो क्यों नहीं उनका क़र्ज़ माफ़ कर देते आय तो उससे भी बढ़ जायेगी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
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