पटना : चारा घोटाला मामले में लालू यादव रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. उन्होंने ओपेन जेल में जाने से इनकार कर दिया है. जेल में उन्हें ठंड लग रही है. काफी परेशानी है. वहीं दूसरी ओर उनके सेवादारों का खुलासा होने के बाद, उन्हें जेल से बाहर कर दिया गया है. इन सबके बावजूद भी लालू पर आया हुआ संकट कम हो जायेगा और उनके सारे कष्ट दूर हो जायेंगे. उन्हें बस कुछ उपाय करने होंगे. वैसे भी लालू भोले बाबा के भक्त हैं और पहले भी उनके सपने में आने के बाद मांसाहार छोड़ चुके हैं. इन दिनों जेल में हैं, लेकिन खरमास के बाद यदि लालू यादव इन उपायों को अपनाते हैं, तो उन्हें जेल से छुटकारा मिल जायेगा और उनके सारे कष्ट दूर हो जायेंगे.
लालू के बारे में उनकी कुंडली और उनके ऊपर किया जा रहा ज्योतिष अध्ययन कहता है कि लालू के भविष्य पर राहु-शनि का प्रकोप है. केतु जहां उनका पराक्रम बनाये रखेगा, वहीं दूसरी ओर यदि वह राहु को शांत कर लेते हैं, तो उन्हें जमानत मिल जायेगी. लालू की कुंडली साफ कहती है, उनके अच्छे दिन आने वाले हैं. इसका प्रमाण है 2013 में लालू को चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सीबीआई कोर्ट ने जब पांच साल की दी थी, तो लालू के लिए मां छिन्न मस्तिके धाम में हुआ था शत्रुमारण यज्ञ व हवन, इसके बाद मिल गयी थी जमानत.
लालूके पास अब जमानत के सिवा कोई चारा नहीं बचा है. वहीं दूसरी ओर ज्योतिषियों की नजर में ग्रह नक्षत्रों के संयोगों पर उनका बेहतर भविष्य टिका हुआ है. खरमास के बाद यानी 14 जनवरी के बाद लालू के लिए स्थिति अनुकूल है. इसके बाद शनि एकादश भाव में आ जाएगा और काफी मदद करेगा. इसके साथ ही राहु भी छठे भाव में बैठा है जो शांत होने पर मदद देगा. ज्योतिषियों के मुताबिक यदि लालू प्रसाद शत्रु मारण यज्ञ कराएं तो उन्हें संकटों से त्राण मिल सकता है. इस यज्ञ में राहु को तंत्र पूजा से शांत किया जाता है. किसी तंत्र पूजा के विख्यात स्थान पर ऊं राह राहवे नम: के हवन जाप से उनको जल्द जमानत मिल सकती है.
ज्योतिषियों का कहना है कि 2013 में लालू को चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सीबीआई कोर्ट ने पांच साल की सजा दी थी और हाइकोर्ट में अपील के बाद जमानत मिल गयी थी उसी प्रकार इस बार देवघर कोषागार से निकासी के मामले में भी जमानत मिल सकती है. 2013 में नवरात्र के दौरान झारखंड के प्रसिद्ध छिन्न मस्तिके मंदिर में पूजा करने वाले असीम पंडा कहते हैं कि लालू के लिए मंगल ग्रह के लिए हवन पूजन किया गया था. इसके बाद उनके लिए स्थितियां अनुकूल हो गयी.
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं श्रीपति त्रिपाठी कहते हैं कि लालू यादव का जन्म दोपहर 12 बजे जून के महीने में गोपालगंज में हुआ बताया गया है. उसके हिसाब से लालू यादव की कुंडली सिंह लग्न की कुंडली है और लालू की राशि कुंभ है. उन्होंने कहा कि लालू की राशि पर शुक्र के साथ ही राहु की भी महादशा है. इस कारण राहु के लिए शांति पाठ बेहद आवश्यक है. इसके साथ ही शुक्र ग्रह का प्रतिकूल प्रभाव है. इन दोनों राशियों के योग का बहुत महत्व है और जब यह एक साथ आते हैं, तो जातक के जीवन में बड़ा प्रभाव पड़ता है. राहु के लिए महामृत्युंजय और शुक्र के लिए दुर्गा सप्तशति पाठ करा लें तो स्थिति सुधर जायेगी. सूर्य की उपासना भी करें.
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