पटना : बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे, वर्तमान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से जुड़े नेता शाहिद अली खान का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि शाहिद अली खान अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर माथा जियारत के लिए अजमेरशरीफ गये थे. इस दौरान अचानक तबीयत खराब होने और हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. शाहिद अली खान 54 वर्ष के थे. मंत्री के निधन की जानकारी मीडिया को हम के प्रवक्ता की ओर से दी गयी.
पूर्व मंत्री के निधन के बाद नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शाहिद अली के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि शाहिद अली का निधन पार्टी और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. वे पार्टी के स्तंभ थे. वहीं राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि पूर्व मंत्री शाहिद अली खान साहब के असामयिक निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. वे एक संघर्षशील राजनेता के साथ-साथ लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता थे.
शाहिद अली पहली बार 1990 में सीतामढ़ी से जनता दल के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे. 2000 में राजद के टिकट पर सीतामढ़ी से चुनाव जीते. 2005 में जदयू के टिकट पर पुपरी और 2010 में सुरसंड से विधायक बने और अल्पसंख्यक कल्याण, विधि व आइटी मंत्री रहे. 2015 में वे चुनाव हार गये. हम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष शाहिद अली की तीन बेटियां हैं.उनके निधन की सूचना मिलते ही हम में शोक की लहर फैल गयी.
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