पटना : बिहार के गोपालगंज जिले मेंबुधवारको देर रात को हुए चीनी मिलहादसेमें छह मजदूरों की मौत हो गयी. घटना के बादएकमजदूर ने सदर अस्पताल में दम तोड़ा. घटना की जांच के लिए बिहार सरकार ने विशेष टीम का गठन किया और जांच के लिए अधिकारियों को हेलीकॉप्टर से गोपालगंज भेजा. सरकार ने त्वरित मृतक के परिजनों के त्वरित चार-चार लाख रुपये मुआवजे की घोषणा भी की. शुक्रवार को यह मामला लोकसभा में उठा और मिल मालिक पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के साथ मुआवजे के रूप में 20-20 लाख रुपये देने की मांग की गयी. सांसद जनक राम ने शून्य काल में यह मुद्दा उठाया. सांसद ने स्पीकर से मांग करते हुए कहा कि गोपालगंज के कुचायकोट के सासामुसा में बॉयलिंग पाइप के फटने से भीषण हादसा हुआ, जिसमें कई लोगों की मौत हो गयी. जबकि कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये हैं.
जनक राम ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए मिल के महाप्रबंधक पर कठोर कार्रवाई करने की बात भी कही. सांसद ने मिल की ओर से बीस-बीस लाख रुपये मुआवजे के रूप में देने का प्रस्ताव रखा. घटना के बाद अभी भी तीन मजदूर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. हालांकि, इस घटना के बाद बिहार सरकार के द्वारा सभी मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये का चेक दिया गया है, जबकि मिल मालिक ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को आगामी 30 दिसम्बर तक 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की है. जबकि मिल की ओर से घायलों को 5 लाख रुपये दिये जाने की बात कही गयी है.
घटना के बाद बिहार सरकार की ओर से प्रधान सचिव ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने गाड़ियों में आग लगा दी थी और काफी हंगामा किया था. स्थानीय लोग मिल मालिक पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. स्थानीय सांसद द्वारा लोक सभा में मामला उठाये जाने के बाद, अब इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होने की संभावना है. गौरतलब हो कि बुधवार को बॉयलर फटने से पांच मजदूरों की मौत हुई. जबकि एक मजदूर ने सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया.
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