पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी नये राज्य में अपने संगठन का विस्तार कर रही है. इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली में जदयू कार्यकर्ताओं की बैठक तालकटोरा गार्डेंन में आयोजित की गयी है. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होंगे. दिल्ली में हर […]
पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी नये राज्य में अपने संगठन का विस्तार कर रही है. इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली में जदयू कार्यकर्ताओं की बैठक तालकटोरा गार्डेंन में आयोजित की गयी है. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होंगे. दिल्ली में हर तीसरा व्यक्ति बिहार या पूर्वांचल का रहने वाला है. इन्हीं लोगों के बीच पैठ बनाने का जदयू प्रयास कर रहा है. दिल्ली में सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी का सांगठनिक ढांचा तैयार हो चुका है.
पार्टी का मानना है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी भी भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर सत्ता में आयी. पर दिल्ली वासियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐसा कुछ दिख नहीं रहा है. बिहार में गवर्नेंस का मॉडल सफल रहा है. अब तो यहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी सामाजिक मुद्दों पर संजीदगी से काम कर रही है. बिहार का यह मॉडल दूसरे राज्यों के लिए नजीर बन रहा है.
कई राज्यों में खड़ा किया संगठन
जदयू के प्रधान महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि रविवार की बैठक में करीब पांच हजार कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री सह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि जदयू का यह मानना है कि जब तक पार्टी सांगठनिक रूप से ताकतवर नहीं होगी तब तक किसी दल के साथ सम्मानजनक गठबंधन करना भी संभव नहीं होगा. इसी कड़ी में पार्टी ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में अपना संगठन खड़ा कर लिया है.
जिन राज्यों में पार्टी संगठन तैयार हो गया है वहां पर सदस्यता अभियान चलाने का निर्देश दे दिया गया है. श्री त्यागी ने बताया कि मुख्यमंत्री को कर्नाटक में आमंत्रित किया गया है. कर्नाटक के लिंगायत समुदाय के बड़े नेता हैं महिमा पटेल. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फरवरी में आमंत्रित किया है.