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राबड़ी देवी, हेमा यादव और आयकर विभाग, संपत्ति जब्ती से जुड़ी 10 बड़ी बातें, जानें

पटना : सियासत और सार्वजनिक जीवन में बेनामी संपत्ति का अर्जन कितना खतरनाक हो सकता है, यह कोई इन दिनों राजद सुप्रीमो लालू यादव से पूछ सकता है. बिहार की राजनीति के मजबूत स्तंभ और अपने को जातिगत समीकरण की सियासत के सबसे बड़े खिलाड़ी मानने वाले लालू यादव के परिवार पर बेनामी संपत्ति का […]

पटना : सियासत और सार्वजनिक जीवन में बेनामी संपत्ति का अर्जन कितना खतरनाक हो सकता है, यह कोई इन दिनों राजद सुप्रीमो लालू यादव से पूछ सकता है. बिहार की राजनीति के मजबूत स्तंभ और अपने को जातिगत समीकरण की सियासत के सबसे बड़े खिलाड़ी मानने वाले लालू यादव के परिवार पर बेनामी संपत्ति का भूत मुसीबत बनकर पीछे पड़ा हुआ है. शुक्रवार की देर शाम आयकर विभाग ने दूसरी बार उनके परिवार की संपत्ति को जब्त करने का अंतरिम आदेश जारी कर दिया है. आयकर विभाग की विशेष टीम इस मामले की जांच कर रही है. इसी क्रम में यह कार्रवाई की गयी है. पटना में राबड़ी देवी के साथ-साथ इस बार उनकी बेटी हेमा यादव की भी संपत्ति जब्त की गयी है. यह पहली बार है, जब बड़ी बेटी मीसा भारती के बाद दूसरी नंबर की बेटी हेमा यादव के नाम भी मौजूद संपत्ति को जब्त किया गया है. आइए जानते हैं, इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें-

-राबड़ी और हेमा यादव से जुड़ी संपत्ति, पटना के दानापुर और फुलवारी शरीफ स्थित तीन भू-खंडों को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया.

-बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव की तीन भू-खंडों को जब्त कर लिया गया है. जब्त संपत्ति में से दो दानापुर में और एक फुलवारी शरीफ में है. ये भू-खंड कर्मचारियों के नाम पर था.

– जानकारी के मुताबिक राबड़ी और हेमा यादव की सभी संपत्ति उन्हें उनके नौकरों से तोहफे के तौर पर मिली हैं, वैसे भी लालू परिवार के बच्चों के नाम की ज्यातर संपत्ति किसी न किसी की दी हुई संपत्ति है.

-विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महुआबाग और धनौत के सभी तीनों प्लॉटों को सात-आठ साल पहले दिव्यानंद चौधरी और ललन चौधरी से दान में लिया था. तीनों प्लॉटों की रजिस्ट्री राबड़ी देवी और हेमा यादव के नाम पर कर दी गयी है. दिव्यानंद चौधरी वर्तमान में रेलवे में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी हैं, जबकि ललन चौधरी विधान परिषद में निम्न वर्गीय क्लर्क हैं.

-उन्होंने लालू परिवार को दान में किस वजह से यह प्लॉट दिये हैं, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं हो पायी है. हालांकि, इसमें पोस्टिंग से जुड़ी बात से इनकार नहीं किया जा सकता है. वर्तमान में इन प्लॉटों की कीमत करोड़ों में है.

-हालांकि, मीसा भारती के मामले की जांच ईडी अपने स्तर से कर रही है. उनकी संपत्ति भी ईडी के स्तर से ही जब्त की गयी है. आयकर विभाग की यह कार्रवाई इससे एकदम अलग है और पूरी तरह से अवैध संपत्ति या बेनामी संपत्ति पर आधारित है.

-दानापुर व फुलवारीशरीफ में हैं ये तीनों प्लांट

– प्राप्त सूचना के अनुसार, पटना जिले में इनकी जो तीन संपत्ति फिलहाल जब्त की गयी है. उनमें दो दानापुर के धनौत इलाके और एक फुलवारीशरीफ के महुआबाग में है.

-धनौत में पौने सात डिसमिल के दो प्लॉट हैं, जो हेमा यादव के नाम पर हैं, जबकि फुलवारीशरीफ के महुआबाग में एक प्लॉट है, जो राबड़ी देवी के नाम पर है. यह प्लॉट करीब आठ डिसमिल का है

-इन तीनों प्लॉटों को फिलहाल आयकर ने अंतरिम रूप से जब्त किया है. इससे पहले आयकर विभाग लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के नाम से मौजूद करीब 10-12 प्लॉट को अंतरिम रूप से जब्त कर चुका है. इनमें सगुना मोड़ स्थित वह प्लॉट भी शामिल हैं, जिस पर राज्य के सबसे बड़ा मॉल बनाया जा रहा था.

कुल मिलाकर आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही राबड़ी देवी और हेमा से पूछताछ की जायेगी. अगर वह अपने जवाब से संतुष्ट नहीं कर पाये, तो संपत्ति स्थायी तौर पर जब्त कर लिया जायेगा. इस मामले का ट्रायल दिल्ली में चलेगा और दोषी पाये जाने पर सात साल तक की सजा हो सकती है.


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