पटना : बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद राजद के लोग अचानक पूर्व मंत्री हो गये. पूर्व मंत्रियों की कतार में राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी शामिल थे. बिहार में एनडीए के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने दोबारा सत्ता संभाल ली. नियमानुसार पूर्व मंत्रियों को बंगला खाली करने का नोटिस थमा दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस्वी यादव को भी बंगला खाली करने का निर्देश जारी किया गया है, लेकिन तेजस्वी यादव का बंगला मोह छूट नहीं रहा है. तेजस्वी यादव ने अपने बंगले को लेकर भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी के साथ सीएम सचिवालय को भी एक पत्र भेजा है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पांच देशरत्न मार्ग के बंगले में रहने देने की बात कही गयी है.
बंगला सुशील मोदी को है आवंटित
तेजस्वी के बंगले को सरकार गठन के बाद वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के लिए आवंटित कर दिया गया. तेजस्वी यादव को बंगला खाली करने का नोटिस भी भेजा गया. अब तेजस्वी यादव का यह बंगला प्रेम कहिए या संसदीय राजनीति में प्रतिपक्ष के नेता के तौर पर अधिकार, तेजस्वी यादव ने बंगला रहने देने की अपील करते हुए पत्र लिखा है. अब इस मसले पर भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने मीडिया को कहा है कि इस मामले में कमेटी ही फैसला करेगी. उधर, कहा यह जा रहा है कि सुशील कुमार मोदी किसी हाल में पांच देशरत्न वाले बंगले को छोड़ेंगे नहीं.
जदयू ने बंगला मोह पर कसा तंज
जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने तेजस्वी के बंगला प्रेम पर तंज कसते हुए कहा है कि आपके पिता लालू यादव के कुकृत्य के कारण आपको सत्ता वियोग का शोक लगा हुआ है. नीरज ने कहा कि आखिर उस बंगले का क्या रहस्य है, उसमें क्या ऐसा है, जिससे आपको प्रेम है. नीरज ने तेजस्वी यादव से कहा कि आपका परिवार एकांकी है, तो फिर अकेले रहने के लिए इतने बड़े सरकारी बंगले की क्या जरूरत है. जिसके पास पटना में नामी और बेनामी संपत्ति की शृंखला मौजूद हो, वह एक बंगला के लिए तड़पे तो मानसिक पीड़ा होती है. नीरज ने कहा कि आपको अगर बंगला से प्रेम ही है, तो दलित अल्पसंख्यक जो भूमिहीन है, उनके बारे में चिंता करें, तो ज्यादा बेहतर है.
तेजस्वी ने लिखा पत्र
वहीं, दूसरी ओर राजद की ओर से बिहार सरकार पर बंगला के मामले में राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर काम करने की बात कही जा रही है. राजद नेताओं ने कहा है कि जब सुशील मोदी डिप्टी सीएम थे, तो उन्हें पोलो रोड स्थित पुराना बंगला अलॉट किया गया था. ऐसे में यह बंगला तेजस्वी यादव को मिलना चाहिए. तेजस्वी ने अपने पत्र में लिखा है कि पहले भी ऐसा हुआ है, तो मेरे साथ भी होना चाहिए. फिलहाल बंगले को लेकर बवाल जारी है.
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