पटना : बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार की बेनामी संपत्ति को लेकर आज फिर एक बड़ा खुलासा किया है. सुशील मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लालू परिवार की बेनामी संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सुशील मोदी ने आज खुलासा करते हुए कहा कि राजधानी पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नाम पर 18 फ्लैट है. सुशील ने कहा कि यह सभी 18 फ्लैट 18 हजार 652 स्क्वायर फिट में बना हुआ है. उन्होंने कहा कि मार्केट में इसकी कीमत बीस करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. सुशील मोदी ने सवाल उठाते हुए कहा कि अपने आपको गरीबों का मसीहा कहने वाली राबड़ी देवी के पास यह फ्लैट कैसे और कहां से आये ?
सुशील मोदी ने कहा कि 2004 से 2009 के बीच लालू यादव रेल मंत्री थे. इसी दौरान उन्होंने लोगों को रेल में नौकरी का लालच देकर काफी जमीन लिखवाया. सुशील मोदी ने कहा कि नौकरी के नाम पर लालू ने सगुना मोड़ के पास जलालपुर और शेखपुरा में जमीन अपने नाम करवाया. लालू के पास कुल 35 डिसमिल जमीन है. रंजन पथ शेखपुरा की जमीन के मालिक मनोज कुमार को लालू ने रेल में नौकरी दी. उसके बादउसकेएवज में मिली जमीन को श्रेया कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया. जमीन पर बने 36 फ्लैट में से श्रेया के पास 18 और राबड़ी देवी के नाम से 18 फ्लैट है.
सुशील मोदी ने कहा कि इस लेन देन में कही भी पैसे का जिक्र नहीं है. जमीन को लेने के लिए लालू की ओर से पैसे के भुगतान का जिक्र नहीं है. सुशील मोदी ने कहा कि राबड़ी देवी और लालू यादव का खाता बिहार के विवादास्पद और घपला करने वाले बैंक आवामी कोऑपरेटिव बैंक में है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आखिर आवामी बैंक में खाता होने का क्या कारण है. उन्होंने कहा कि पटना में एक दस फ्लैट वाला अपार्टमेंट लालू यादव की मां के नाम से है. जिस पर लालू की मां का नाम भी लिखा हुआ है. सुशील मोदी ने कहा कि मरछिया देवीअपार्टमेंटकी जमीन के पैसे का भुगतान आवामी बैंक के पैसे से अनवर अहमद नाम के व्यक्ति ने किया है. अनवर लालू के यहां कबाब बनाने का काम करता था, उसी के एवज में उसे एमएलसी बनाया गया था.
यह भी पढ़ें-
लालू के दोनों पुत्रों और पुत्री मीसा की संपत्ति अायकर विभाग ने की जब्त