सहकारिता विभाग के सचिव व रजिस्ट्रार ने जीविका सीइओ को सौंपा प्रमाणपत्र संवाददाता, पटना जीविका दीदियों के खुद के बैंक ‘बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड, पटना’ का शुक्रवार को रजिस्ट्रेशन हुआ. पटना स्थित कार्यालय में सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह एवं रजिस्ट्रार इनायत खान ने संयुक्त रूप से इसका निबंधन प्रमाणपत्र जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा को सौंपा. यह राज्य स्तर की महिला नेतृत्व वाली साख सहकारी संस्था होगी. इसे जीविका की ओर से प्रोत्साहित किया गया है. इसके माध्यम से जीविका की सभी एक करोड़ 35 लाख सदस्यों को साख उपलब्ध करायी जा सकेगी. इस संस्था के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं सुगमतापूर्वक ऋण प्राप्त कर सकेंगी, जिससे वे स्थानीय महाजनों के ऊंचे ब्याज दरों से बच सकेंगी. तत्कालीन ऋण की पूर्ति होगी बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड पूर्णतः महिलाओं की भागीदारी द्वारा संचालित और नियंत्रित होगा. महिला उपयोगकर्ताओं की जरूरतों, उनके कार्य-चक्र, ऋण की समयबद्धता एवं स्थानीय आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखकर ये कार्य करेगा. इस संस्था से महिलाओं को तत्कालीन ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति होगी. साथ ही दीर्घकालिक आर्थिक आत्मनिर्भरता और समृद्धि की राह इससे प्रशस्त होगा. सचिव होंगे अध्यक्ष और सीइओ प्रबंध निदेशक सहकारिता विभाग की ओर से बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अध्यक्ष व जीविका के सीइओ प्रबंध निदेशक होंगे. पूरे राज्य में कुल 12 प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक प्रतिनिधि को चिह्नित किया गया है. अभी संघ के प्रथम निदेशक मंडल का गठन किया गया है. पूरे राज्य से 100 जीविका सहकारी समितियों को इसमें शामिल किया गया है. आने वाले समय में और भी प्राथमिक सहकारी समितियों के गठन का प्रस्ताव है. सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड के गठन से सहकारी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी. भविष्य में एक बड़े संगठन के रूप में इसका विकास होगा. जिस उद्देश्य से इस संघ का गठन किया गया है, उस उद्देश्य को यह संघ शीघ्र प्राप्त करेगा.
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