खरीफ मौसम का पीक सीजन प्रारंभ हो रहा है. ऐसे में यूरिया की मांग बढ़ गई है. मांग एवं उपलब्धता के अनुरुप उर्वरक बिक्री में जीरो टॉलरेंस नीति हर हाल में अपनानी होगी. गुरूवार को जिला कृषि कार्यालय में जिले के थोक उर्वरक विक्रेताओं के साथ आयोजित बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी डा. विनोद कुमार ने उक्त बात कहीं. उन्होंने कहा कि कोई उर्वरक विक्रेता निर्धारित मूल्य से अधिक पर बिक्री न करें. किसी भी विक्रेता के खिलाफ इस संबंध में शिकायत पाये जाने पर 24 घंटे के अंदर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
एसडीएम ने जिलाधिकारी के निर्देश का हवाला देते हुए बताया कि निर्देशानुसार जिला कृषि पदाधिकारी जिले में अनुज्ञप्तिधारक सभी खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के साप्ताहिक ओपनिंग एवं क्लोजिंग बैलेंस का रिपोर्ट लेंगे. जिला कृषि पदाधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि बिना आधार कार्ड के किसी खरीददार को उर्वरक न बेचा जाय. किसानों द्वारा शिकायत मिलने पर जिला कृषि पदाधिकारी के अलावे संबंधित पंचायतों के कृषि समन्वयक भी दोषी माने जायेंगे और उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा कृषि समन्वयकों से उनके क्षेत्र में निर्धारित मूल्य पर उर्वरक की बिक्री हुई है, इसका घोषणा पत्र लेंगे. उर्वरक की कालाबाजारी, जमाखोरी, मुनाफाखोरी, मिलावट आदि पर नियंत्रण के लिए लगातार छापेमारी करने का निर्देश दिया गया. बैठक के दौरान थोक उर्वरक विक्रेताओं ने भी अपनी समस्याओं को सामने रखा. बताया गया कि उर्वरक की रैक मोतिहारी में लगती है. इस कारण रैक प्वाइंट से गोदाम तक उर्वरक की बोरी पहुंचाने में काफी खर्च लग रहा है. एसडीएम ने हर हाल में निर्धारित दर से अधिक दर पर उर्वरक की बिक्री नहीं हो, इसका उल्लेख किया. बैठक में अपर अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी विजय प्रकाश के अलावे जिले भर के थोक उर्वरक विक्रेता मौजूद रहे.