कौआकोल क्षेत्र में हाथियों के आतंक से किसानों को काफी नुकसान प्रतिनिधि, कौआकोल. जमुई जिले के जंगली इलाकों से विचरण कर शनिवार की देर रात्रि में पहुंचे हाथियों के झुंड के आतंक से ग्रामीणों में कोहराम मचा है. ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाथियों के झुंड ने इलाके में धान व तिलहन की फसलों को काफी क्षति पहुंचा रही है. इससे लोग दहशत में जीने को मजबूर हो रहे हैं. जानकारी के अनुसार, हाथियों का झुंड कौआकोल के दनियां जंगल से लालपुर, पचंबा व सोखोदेवरा आदि ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचा. सोमवार की रात्रि हाथियों ने थाना क्षेत्र के पचंबा, सोखोदेवरा आदि गांवों के दर्जनों किसानों के धान के बोझे व खेत में लगी सरसों की फसल को नष्ट कर दिया है. साथ ही देर रात्रि लगभग 85 एकड़ में फैले जेपी आश्रम अवस्थित कृषि विज्ञान केंद्र सोखोदेवरा कौआकोल की चहारदीवारी को भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त कर दिया है. ग्राम निर्माण मंडल के प्रधानमंत्री अरविंद कुमार ने बताया कि लगभग दो दर्जन से अधिक रहे हाथियों ने सोखोदेवरा आश्रम की लगभग 150 फीट से अधिक चहारदीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया है. उन्होंने बताया कि चहारदीवारी के क्षतिग्रस्त हो जाने से आने वाले दिनों में भी काफी नुकसान देखने को मिल सकता है. क्योंकि, आश्रम परिसर के बाहर आये दिन नीलगाय, साम्भर, जंगली सुअर, हिरण आदि केवीके में लगाये जाने वाली दलहन, तिलहन, रबी व खरीफ फसलों तथा बीज उत्पादन प्रक्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं. आश्रम परिसर में निवास करने वाले आश्रम कर्मियों की भी सुरक्षा पर प्रश्नवाचक चिह्न खड़ा हो गया है. इस बाबत वन विभाग की टीम किसी भी तरह की अनहोनी से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार है. विभाग की ओर से हाथियों पर नियंत्रण के लिए व उसे पकड़ने के लिए कोलकाता से विशेषज्ञों की टीम बुलायी गयी है. टीम की ओर से हाथियों पर नियंत्रण करने की बात कही जा रही है. मशाल व पटाखा फोड़कर हाथियों को भगाने का प्रयास किया जा रहा है.
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