नवादा कार्यालय. स्वास्थ्य सेवा का क्षेत्र चुनकर काम करने के लिए नर्सिंग फिल्ड में आये हैं. अस्पताल में आने वाले मरीजों को सही ढंग से देखभाल किया जाता है. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन भी सुविधाओं का विस्तार करें. उक्त बातें विश्व नर्सिंग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही गयी. फ्लोरेंस नाइटिंगेल की याद में नर्सिंग दिवस मनाया जाता है. कार्यक्रम में लोगों ने सेवा को बढ़ावा देने के लिए फ्लोरेंस नाइटिंगेल के पदचिह्नों पर चलकर सेवा करने का संकल्प लिया. सदर अस्पताल में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में नर्सिंग टीम ने विधिवत केक काटकर दिवस को मनाया. सीनियर नर्सिंग स्टॉफ उषा कुमारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस सभी नर्सिंग स्टॉफो के द्वारा हर साल 12 मई को धूमधाम के साथ मनाया जाता है. यह दिन नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस के सम्मान में मनाया जाता है. जिन्हें आधुनिक नर्सिंग का जनक माना जाता है. 12 मई को ही फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन को उनकी याद में मनाने का निर्णय लिया गया था. उन्होंने कहा कि विश्व युद्ध के समय फ्लोरेंस नाइटिंगेल द्वारा बीमारी की रोकथाम, घायलों का इलाज, बेहतर देखभाल इनके द्वारा किया गया था. जिला अस्पताल में बीमार मरीजों की देखभाल नर्सों द्वारा की जाती है. जिला अस्पताल में इस अवसर पर भर्ती मरीजों को फल वितरण किया गया. इस मौके पर नीलम कुमारी, शोभा कुमारी, कुमारी वीणा, अनीता कुमारी, सीता कुमारी, विभा शर्मा, कांति कुमारी, श्रीमणि कुमारी व अन्य नर्सिंग स्टाफ आदि मौजूद रहे. दो महीनों से वेतन नहीं मिला हालांकि नर्सिंग टीम के सदस्यों ने पिछले दो महीनों से वेतन नहीं मिलने व अस्पताल में आये मरीजों व उनके परिजनों ने सही सम्मान नहीं मिलने की बात कही. नर्सिंग सदस्यों ने कहा कि हमलोग अपनी सेवा से मरीजों को स्वस्थ करते हैं, लेकिन इसके बदले में हमेशा लोगों की झिड़क व तेज डांट ही अधिकतर सुनने को मिलता है. क्या कहते हैं नर्सिंग स्टाफ 1. मरीज के लिए सेवा में समर्पित रहते हैं. सेवा को धर्म मानकर मरीजों की इमानदारी से सेवा करती हूं. इसके बावजूद लोगों की फटकार हमें अधिकतर समय सुनने को मिलती है. उषा कुमारी दो महीने से ज्यादा बीत जाने के बाद भी अभी तक सैलरी नहीं मिली है. स्वास्थ्य विभाग जिस तरह से हमलोग समय पर काम करते हैं. इस तरह से हमलोगों को भी समय पर सैलरी उपलब्ध कराया करें. नर्सिग का काम सेवा का काम है. नीलम कुमारी हम लोग मरीजों को सम्मान देते हैं, लेकिन मरीज के परिजन हम लोगों को सम्मान नहीं देते हैं. लोगों से अनुरोध है कि हमें भी सम्मान मिले. हमलोग उपलब्ध सेवाओं का लाभ मरीजों का अधिकतम देने का प्रयास करते हैं. शोभा कुमारी मरीज की परिजनों से एक अनुरोध है कि अस्पताल में आने के बाद वह पैनिक न हो, मरीजों की सेवा के लिए हम लोग हमेशा तत्पर और तैयार रहते हैं. इलाज के लिए समय देना होता है. कुमारी वीणा अपने सभी सुख और दुख, पर्व त्यौहार, धूप बारिश को भूलकर मरीज के सेवा में समर्पित रहते हैं. मरीजों की सेवा में हमलोग हमेशा समर्पित हैं. नर्सिंग दिवस पर सेवा का संकल्प लेते हैं अनिता कुमारी कोरोना काल से लेकर अन्य तरह के बीमारियों में सेवा देने के लिए हमलोग समय पर ड्यूटी आते रहे हैं. विपरित परिस्थितियों में हमलोगों का पूरा प्रयास होता है कि मरीज स्वस्थ्य होकर जाये. सीता कुमारी अपनी हर तकलीफ को भुलाकर दूसरों की तकलीफ में हौसला बढ़ाते हैं, अपने जख्मों को छोड़कर दूसरों के जख्मों पर मरहम लगाते हैं. जो काम हम लोग करते हैं उसका क्रेडिट हमें भी मिलना चाहिए. विभा शर्मा मरीजों की सेवा में तत्परता से काम करते हैं. सरकारी अस्पताल में सविधा उपलब्ध है. लेकिन, कई लोग लगातार हल्ला करके केवल अपने मरीज के बारे में सोचते हैं, जबकि हम ड्युटी पर रहकर डॉक्टर के निर्देश के अनुसार दवाई, सुई, स्लाइन आदि करते हैं. कांति कुमारी
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