नवादा जिले : में पासपोर्ट बनाने के लिए जाली कागजात का इस्तेमाल करने का मामला सामने में आया है. सोमवार को एक जन्म प्रमाणपत्र की सत्यता जांचने के लिए नगर पर्षद से वेरिफिकेशन कराया गया, तो पता चला कि कागजात में दर्ज नाम से कोई भी जन्म प्रमाणपत्र जारी नहीं हुआ है. हालांकि, यह प्रमाणपत्र नगर पर्षद के मौजूदा कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यकाल में ही आठ अक्तूबर, 2015 को जारी बताया जा रहा है.
नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण मुरारी ने भी इस फर्जीवाड़े की पुष्टि की है. उनका कहना है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर व नकली मुहर से प्रमाणपत्र बनाये जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि खाड़ी देशों में ज्यादा पैसा कमाने की ललक से युवा पासपोर्ट बनवाने के लिए जाली कागजात का सहारा ले रहे हैं. ये युवा फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवानेवाले गिरोह के झांसे में आसानी से आ जाते हैं. ऐसे ही एक प्रयास में स्टेशन रोड स्थित निगार पीसीओ चलानेवाले एक व्यक्ति ने बांग्लादेश के एक युवक का जाली कागजात से पासपोर्ट बनाने के लिए पासपोर्ट ऑफिस में आवेदन भी जमा करा दिया था.
इस मामले में कार्रवाई भी हुई. इसके बाद भी जाली कागजात पर पासपोर्ट बनाने का काम धड़ल्ले से जारी है. सोमवार को एक ऐसे ही जन्म प्रमाणपत्र हाथ लगा, जो जाली निकला.