नवादा : तृतीय चरण के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया जिले में काफी धीमी रफ्तार से चल रही है. कक्षा एक से आठ तक के लिए जिले में 3985 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. लेकिन अब तक केवल 190 सीटें ही भरे जा सके हैं.
वर्ष 2011 से शुरू हुई नियोजन की प्रक्रिया कछुआ गति से चलने के कारण अभ्यर्थियों में काफी रोष है. जिले में शिक्षक नियोजन प्रक्रिया की धीमी रफ्तार का आलम यह है कि कुल 204 नियोजन इकाईयों में केवल 76 नियोजन इकाईयों का अंतिम मेधा सूची डीइओ कार्यालय से अनुमोदित किया गया है.
95 नियोजन इकाईयों द्वारा जो मेधा सूची उपलब्ध कराया गया है. वह सूची त्रुटिपूर्ण है. जबकि 33 नियोजन इकाईयों ने तो अब तक मेधा सूची ही नहीं बनाया है. राज्य कार्यालय द्वारा दिये निर्देश के अनुसार, दिसंबर 2012 से जनवरी 2013 तक नियोजन प्रक्रिया का कार्य पूर्ण कर लेना था.
लेकिन विभागीय लापरवाही व शुभ–लाभ के चक्कर में हजारों अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. जिले में 187 पंचायत नियोजन इकाई, 14 प्रखंड इकाई, तीन नगर इकाई तथा एक जिला परिषद नियोजन इकाईयों को नियोजन करना है. पंचायत नियोजन इकाई की बात तो दूर प्रखंड नियोजन इकाई रोह द्वारा भी अब तक अंतिम मेधा सूची नहीं बनाया गया है.
जिन नियोजन इकाईयों द्वारा अंतिम मेधा सूची प्रकाशित कर नियोजन पत्र वितरण नहीं किया जा रहा है. वहां निश्चय ही घालमेल की आशंका व्यक्त किया जा रहा है. शिक्षक अभ्यर्थी राज कुमार,सुमन कुमारी, दिलीप कुमार, उदय कुमार, अजय लाल आदि ने कहा कि जिस गति से नियोजन प्रक्रिया चल रही है लगता है अगले पांच वर्षो में भी नियोजन का कार्य पूरा नहीं हो पायेगा.
जिन प्रखंडों में अंतिम मेधा सूची प्रकाशित हो गया है. वहां भी पहली सूची जारी किये एक से दो माह हो गये, बावजूद नयी तिथि घोषित कर दूसरी सूची जारी कर नियोजन पत्र नहीं बांटा जा रहा है. नियोजन इकाईयों द्वारा किये जा रहे अनियमितता एवं मनमानी लगातार जारी है.
जिसके कारण अभ्यर्थियों में तनाव बढ़ रहा है. जो बड़े आंदोलन का माहौल बना रहा है. इस संबंध में डीइओ सैय्यद एहतेशाम हुसैन ने बताया कि नियोजन प्रक्रिया तेजी से चले इसके लिये नियोजन इकाईयों को कहा जा रहा है. देरी करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा.