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व्यवहार न्यायालय में पेशी के लिए पहुंचे दर्जनों कैदियों ने जेलर पर लगाये गंभीर आरोप
नवादा : नवादा मंडल कारा में बंद दर्जनों कैदियों ने सोमवार को व्यवहार न्यायालय पहुंच कर जिला जज को जेल में हो रही घोर अनियमितता को लेकर आवेदन दिया.जिला जज को दिये गये आवेदन में जेल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाया गया है. आवेदन में कैदियों ने कहा है कि नवादा मंडल कारा में […]
नवादा : नवादा मंडल कारा में बंद दर्जनों कैदियों ने सोमवार को व्यवहार न्यायालय पहुंच कर जिला जज को जेल में हो रही घोर अनियमितता को लेकर आवेदन दिया.जिला जज को दिये गये आवेदन में जेल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाया गया है. आवेदन में कैदियों ने कहा है कि नवादा मंडल कारा में नाजायज वसूली तथा प्रताड़ना का दौर अपनी चरम सीमा पर है. बंदी के रिहाई होने के बाद उसके नाम व पता को गलत बताकर अवैध वसूली किया जाता है.
इसके साथ ही मुलाकाती के लिए गेट पर आने वाले परिजनों से भी सामान अंदर भेजे जाने के नाम पर नाजायज वसूली किया जाता है. रुपये नहीं देने वाले कैदी के परिजनों को बिना मुलाकात कराये ही वापस कर दिया जाता है. इसके अलावा जेल के अंदर कैदियों को मिलने वाली खाद्य सामग्री में 70 प्रतिशत तक की कटौती किया जाता है.
नहीं मिलता है मेनू के अनुसार भोजन : आवेदन में कैदियों ने कहा है कि जेल में कभी भी नाश्ता तो नसीब नहीं होता है. साथ ही मेनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता है. कैदियों ने जेलर पर आरोप लगाते हुए आवेदन में बताया है कि जेल के गेट व अन्य नाजायज वसूली में 50 प्रतिशत हिस्सा जेलर को जाता है.
यदि कोई कैदी इसका विरोध करता है तो जेल के सिपाही क्रूरतापूर्वक व्यवहार करते हैं. कैदियों ने कहा है कि निरीक्षण के दौरान सभी कैदी को वार्ड में बंद कर दिया जाता है. इससे निरीक्षण में आये पदाधिकारियों को जेल में हो रही अनियमितता की जानकारी नहीं मिल पाती है.
अनियमितता छिपाने के लिए बंद कर दिया है सीसीटीवी का कनेक्शन
अनियमितता को छिपाने के उद्देश्य से मुख्य स्थान पर लगे सीसीटीवी को डिस्कनेक्ट कर दिया गया है. इससे जेल के अनियमितता सीसीटीवी कैमरे में कैद नहीं हो पाती है और जेलर व उसके संतरियों द्वारा किये जा रहे गलत कार्यों पर परदा पड़ जा रहा है.
इसकी जांच कराने की मांग सभी कैदियों ने जिला जज से किया है. शिकायत करने वाले कैदियों में पिन्टू कुमार यादव, डब्ल्यू कुमार, शंकर प्रसाद, कुंदन कुमार, राजू पंडित, नारायण प्रसाद, मनोज पासवान, लड्डु सिंह, पप्पू कुमार सिंह, भोलानाथ सिंह, नागेंद्र कुमार, विक्की पांडेय व तुलसी चौहान सहित दर्जनों कैदी शामिल थे.
क्या कहते हैं जेलर
इधर, इस मामले को लेकर मंडल कारा के जेलर रामविलास दास ने बताया कि कैदियों द्वारा लगाया गया आरोप निराधार व बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि कैदी घर की तरह सुविधा जेल में भी चाहते हैं.
जेल मैन्युअल के अनुसार, सुविधाएं दिये जाने से खार खाये कैदी ऐसा गलत आरोप लगाकर विधि व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरमी के प्रकोप को देखते हुए कैदियों के लिए हाथ पंखा व पेयजल के लिए मिट्टी का घड़ा तक दिया गया है, बावजूद यहां के कैदियों में असंतोष व्याप्त है.
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