नवादा : लगातार तीन चुनावों के आंकड़े यह बताने के लिए काफी है कि नवादा लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने किस तरह अपना फैसला सुनाया. वर्ष 2004 के चुनाव बिहार में लालू प्रसाद की लहर पर केंद्रित था. अब तक के सबसे ज्यादा वोट पाने वाले विजेता सांसद बने थे वीरचंद पासवान. वर्ष 2009 में भाजपा व जदयू ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा. इस दौर में नीतीश लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है. पर, वोट की प्रतिशतता कम रही.
जीते सांसद डॉ भोला सिंह को सिर्फ 1,30,608 वोट ही मिले और वे 34,917 वोटों के अंतर से चुनाव जीत गये. वर्ष 2014 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पूरी तरह नरेंद्र मोदी का लहर दिखा. अन्य चुनावों की तुलना में जिले में लगभग 10 फीसदी वोट ज्यादा पड़े. बावजूद गिरिराज सिंह 3,90,248 वोट ही ला सके. पर, जीत का अंतर भोला सिंह को प्राप्त कुल वोटों से लगभग 10 हजार ज्यादा रहा. संपन्न चुनाव में पड़े वोटों का आंकलन करें तो दिखेगा कि लालू प्रसाद के नाम पर मिलने वाले वोटों में कोई कमी नहीं दिखी. राजद प्रत्याशी को मिले वोट का बड़ा हिस्सा यही रहा है.