डीएम ने दिया कार्रवाई करने का आश्वासन
तय स्थानों से ही बालू निकालने की मांग
हिसुआ/नारदीगंज : मानवता को ताख पर रख कर लगातार नदियों से बालू का उठाव कर उसके अस्तित्व को खत्म करने के विरोध में किसानों ने बुधवार को रोड पर धरना और आंदोलन किया. हिसुआ-राजगीर पथ के बस्ती बिगहा के समीप रोड को जाम कर लोग सड़क पर बैठ गये. हिसुआ पूर्वी जिला पार्षद रंजीत कुमार उर्फ चुन्नु सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में किसान जुटे थे.
माइनिंग के अधिकारी समेत पुलिस को जाम छुड़वाने पहुंचने के बाद भी लोग नहीं मानें. बाद में डीएम की कार्रवाई जल्द किये जाने का भरोसा देने के बाद धरना खत्म हुआ. अधिकारियों ने डीएम से मोबाइल पर बात करायी. विदित हो कि इस मामले को लेकर एक सप्ताह से किसान और आमलोगों में आक्रोश है. जेसीबी लगा कर विभिन्न घाटों से बालू का उठाव हो रहा है.
इसको लेकर जिला पार्षद रंजीत कुमार चुन्नु ने डीएम, एसपी, माइनिंग अफसर समेत जिला और स्थानीय अधिकारी व खनन विभाग के सचिव को आवेदन देकर रोक लगाने की मांग की.
लेकिन, कार्रवाई नहीं हो रही थी. धरना पर बैठे लोगों ने जिले के सभी 59 घाटों पर निर्धारित क्षेत्रफल के तहत की बालू की निकासी, चिन्हित घाटों के अलावा अन्य घाटों से बालू के उठाव पर रोक लगाने, नदियों में बालू की कमी को देखते हुए एक मीटर गहराई तक ही बालू निकालने, घाटों पर चालान और धर्मकांटा की व्यवस्था करने, निर्धारित सरकारी राशि की वसूली, बालू निकासी से जिले के बर्बाद हुई पइन आदि की मरम्मत कराने की मांग की. मौके पर पंकज कुमार पिंकू, रामचरित्र सिंह, नवल सिंह, गांधी जी, रवींद्र मिस्त्री, व्यास यादव, कपिल रविदास, सुधीर कुमार, उमेश यादव, श्रवण मांझी, सुनील राजे, शंकर मांझी थे. माइनिंग अफसर, इंस्पेक्टर राजकुमार, सीओ, थानाध्यक्ष राजदेव साव, नारदीगंज थानाध्यक्ष एसआइ दिलीप कुमार आदि ने लोगाें को समझाया. अधिकारियों ने भविष्य में संवेदक या संवेदक प्रतिनिधि के द्वारा चिन्हित घाटों से ही बालू की निकासी होने तथा अन्य घाटों से अवैध उठाव पर कार्रवाई का आश्वासन दिया.