नवादा : बुधवार की देर रात सड़क हादसे में तीन बाइकसवार युवकों की मौत पर सदर अस्पताल में करीब रात एक बजे आक्रोशित लोगों ने तोड़-फोड़ की़ इस दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात एएनएम नीलकमल कुमारी का मोबाइल व पर्स भी छीन लिया गया. चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया.
इससे सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचायी़ इस मामले में सदर अस्पताल के डीएस डॉ रामानंद प्रसाद ने नगर थाने में आवेदन पत्रांक संख्या 1089 के माध्यम से एफआईआर दर्ज कराते हुए अज्ञात उपद्रवियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है़ डीएस ने आवदेन की प्रति सीएस, डीएम, एसपी, मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय अपर उपनिदेशक, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं बिहार पटना तथा स्वास्थ्य सचिव बिहार पटना को भी भेजा है़ डीएस ने एफआईआर में बताया कि 27 सितंबर की रात करीब 11.50 बजे सड़क हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे़
उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था. इसमें से एक को पटना रेफर किया गया. पटना जाने के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया़ जबकि एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी़ दूसरे की मौत सदर अस्पताल लाने के बाद हुई़ इसी दौरान भीड़ में कुछ लोग शराब के नशे में शामिल थे. उनके द्वारा उपद्रव मचाया गया़ उन्होंने बताया कि उपद्रव के दौरान आगजनी की घटना को अंजाम दिये जाने की नीयत से लोग जुटे थे, परंतु पुलिस की तत्परता से आगजनी की घटना को रोक लिया गया़ लेकिन, तोड़-फोड़ व उपद्रव से सदर अस्पताल को काफी नुकसान हुआ है़ कई महत्वपूर्ण कागजात को भी नष्ट कर दिया गया़
सदर अस्पताल में हुई इस घटना से स्वास्थ्यकर्मियों में आक्रोश व्याप्त है़ चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा का डीएस ने उच्चाधिकारियों से मांग करते हुए असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की मांग का भी जिक्र एफआईआर में किया है़ चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के नहीं रहने का आरोप लगा कर उपद्रव का खंडन करते हुए डीएस ने ड्यूटी चार्ट जारी किया है़ डीएस डॉ रामानंद प्रसाद ने पत्र में लिखा कि जिस आरोप को लेकर असामाजिक तत्वों द्वारा उपद्रव किया गया वह गलत आरोप है़ रात्रि ड्यूटी पर सभी चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी तैनात थे. जानबूझ कर कुछ असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम देकर सदर अस्पताल को नुकसान पहुंचाया गया है़