बिहारशरीफ : पीएचइडी ने जिले में भू-गर्भीय जल स्तर पर नजर रखने के लिए एक टीम बनायी है. जिले के सभी 20 प्रखंडों में टीम का गठन किया गया है. टीम के सदस्य प्रत्येक सप्ताह प्रखंड के पांच गांवों के चापाकल के भू-गर्भय जलस्तर की जांच कर रिपोर्ट विभाग कों देंगे. इस रिपोर्ट को विभाग द्वारा मुख्यालय भेजा जायेगा. गरमी के दिनों के अवसर पर भू-गर्भीय जल स्तर के गिरने की शिकायत मिलती रहती है. पिदले वर्ष भी गरमी के दिनों में किसी-किसी प्रखंड क्षेत्र में 10 से 15 फुट तक जल स्तर गिरने की शिकायत मिली थी. इसके कारण चापाकल व पेयजल के अन्य स्रोत बेकार हो गये थे. जिले के सिलाव, राजगीर,
गिरियक, बेन व इस्लामपुर प्रखंडों में भू-गर्भीय जल स्तर के सबसे ज्यादा गिरने की शिकायत मिली थी. पिछले वर्ष गरम झरने के लिए प्रसिद्ध पर्यटक स्थल राजगीर के कई कुंडों के झरने से पानी गिरना बंद हो गया था, जिसके कारण राज्य से लेकर केंद्र तक हाहाकार मच गया था. कुंड के झरने को फिर से चालू कराने के लिए केंद्रीय टीम ने भी राजगीर का दौरा किया था और इस संबंध में जिले के अधिकारियों को कई सुझाव दिये. भू-गर्भीय जलस्तर पर नजर रखने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में टीम बनायी गयी है. यह टीम प्रत्येक प्रखंड का पांच-पांच गांवों में भू-गर्भीय जलस्तर की जांच कर प्रत्येक सप्ताह रिपोर्ट देंगे. इस रिपोर्ट को मुख्यालय भेजा जायेगा. इस रिपोर्ट के आधार पर विभाग द्वारा आगे की रणनीति तैयार की जायेगी.