बिहारशरीफ. ऐतिहासिक राजगीर की धरती पर जदयू का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरुआत की गयी. राष्ट्रीय परिषद् की बैठक में सदस्यों ने संकल्प लिया कि देश के राजनीति क्षितिज पर जदयू को स्थापित करना है. भारी गहमागहमी के बीच आयोजित अधिवेशन में देश के 23 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. प्रतिनिधियों ने कहा कि देश के जो राजनीति हालात है
उसके अनुसार देश स्तर पर एक नया राजनीतिक ध्रुवीकरण होना चाहिए जो पूर्ण रूप से धर्मनिरपेक्ष हो. जदयू एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार देश के सर्वमान्य नेता है. इनमें वो सारी क्षमता है जो एक कुशल नेतृत्व कर्ता में पायी जाती है. अब समय आ गया है कि देश स्तर पर अभियान चला कर नीतीश जी को देश की बागडोर संभालने के लिए प्रेरित किया जाय. इस राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर सिर्फ राजगीर में ही नहीं, जिले के हर क्षेत्र में अधिवेशन की ही चर्चा हो रही है.
हालांकि देश के बड़े नेताओं की भी नजर राजनीतिक अधिवेशन पर टिकी रही. विभिन्न दलों के नेता राजगीर में चहलकदमी करते हुए देखे गये. वो जानने का प्रयास करते रहे कि आखिर जदयू के राष्ट्रीय अधिवेशन में क्या निर्णय लिये गये. राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर सुबह से ही राजगीर में काफी चहल-पहल दिखी. मुख्य कार्यक्रम स्थल अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर एवं आसपास के क्षेत्र सुबह से ही जदयू कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से पटे रहे.