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किसानों को मिलेगा अनुदान
जिले में जैविक खेती को बढ़ावा देने का निर्णय जैविक खेती करने वाले किसानों को कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा अनुदान दिया जायेगा. जैविक खेती के तीन महत्वपूर्ण घटकों बीजोपचार, फेरोमॉन ट्रैप व जैव कीटनाशी के लिए किसानों को यह अनुदान दिया जायेगा. यह अनुदान 50 से लेकर 90 फीसदी तक हो सकती […]
जिले में जैविक खेती को बढ़ावा देने का निर्णय
जैविक खेती करने वाले किसानों को कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा अनुदान दिया जायेगा. जैविक खेती के तीन महत्वपूर्ण घटकों बीजोपचार, फेरोमॉन ट्रैप व जैव कीटनाशी के लिए किसानों को यह अनुदान दिया जायेगा. यह अनुदान 50 से लेकर 90 फीसदी तक हो सकती हैं.
मगर इसके लिए किसानों को पहले अपने पॉकेट से सामग्री की खरीदारी करनी होगी. अनुदान की राशि किसानों के बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से की जायेगी.
बिहारशरीफ : यदि आप किसान हैं और जैविक तरीके से खेती करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. जैविक खेती प्रोत्साहन योजना के तहत किसानों को 50 से 90 फीसदी तक अनुदान दिया जायेगा.
जैविक खेती के तीन महत्वपूर्ण घटकों बीजोपचार,फली छेदक कीड़ों पर रोकथाम के लिए फेरोमॉन ट्रैप व जैव कीटनाशी पर यह अनुदान दिया जायेगा.
बीजोपचार रसायन के लिए अनुदान : इसके तहत किसानों को 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जायेगा.इसमें अधिकतम 150 रुपये प्रति हेक्टेयर मिलेगा. एक किसान अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए अनुदान प्राप्त कर सकते हैं. इस योजना के तहत 2419 हेक्टेयर के लिए अनुदान देने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत किसानों को कार्बेनडाजीन, क्लोरिफारिसॉस ,मैंकोजेब एवं ट्राइकोडरमा दिया जायेगा.
फेरोमॉन ट्रैप के लिए अनुदान : इसके तहत किसानों को 90 फीसदी तक अनुदान दिया जायेगा. इसमें किसानों को अधिकतम प्रति हेक्टेयर 900 रुपये अनुदान के रूप में दिये जायेंगे. इसके लिए 368 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. किसानों को चना के फलीछेदक कीड़ों के रोकथाम के लिए फेरोमॉन ट्रैप दिये जायेंगे.
जैव कीटनाशी के लिए अनुदान : इसके तहत किसानों को 50 फीसदी अनुदान दिया जायेगा. इसमें किसानों को 50 फीसदी अनुदान दिया जायेगा. इसमें किसानों को पांच सौ रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान मिलेगा. इसके लिए जिले में 524 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है.
इसके तहत किसानों को नीम का तेल, एनपीभी, ब्यूमेरिया बेसियाना दिये जायेंगे.खुद करनी होगी खरीदारी : इन योजनाओं के तहत किसानों को अनुदान प्राप्त करने के लिए पहले किसानों को अपने पॉकेट से उक्त सामग्री की खरीदारी कर रसीद सहित आवेदन बीएओ को देना होगा. इसके बाद विभाग द्वारा किसानों के बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से अनुदान की राशि भेज दी जायेगी.
कहां करें किसान आवेदन : किसान अपने प्रखंड के संबंधित किसान सलाहकारों, कृषि समन्वयकों अथवा प्रखंड कृषि पदाधिकारी के यहां आवेदन दे सकते हैं. प्राप्त आवेदनों का सत्यापन के बाद किसानों को अनुदान दिया जायेगा.
चार दुकानों को विभाग ने किया चिह्न्ति : विभाग ने जिले के चार दुकानों को चिह्न्ति किया है. इनमें न्यू मेहता सीड स्टोर रामचंद्रपुर,कुमार कृषि केंद्र रामचंद्रपुर,सुजल एग्रो एजेंसी बाजार समिति व आदर्श कृषि केंद्र सिलाव शामिल है. इन दुकानों से किसान उपादान की खरीदारी कर सकते हैं.
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