खुलासा. हत्या के बाद दीपक ने शव को ठिकाने लगाया था
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छात्र जदयू नेता हत्याकांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार
खुलासा. हत्या के बाद दीपक ने शव को ठिकाने लगाया था पांच आरोपितों को पुलिस पहले कर चुकी है गिरफ्तार तीन साढ़ुओं ने ही रची थी हत्या की साजिश बिहारशरीफ : छात्र जदयू के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपित को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है़ सदर डीएसपी […]
पांच आरोपितों को पुलिस पहले कर चुकी है गिरफ्तार
तीन साढ़ुओं ने ही रची थी हत्या की साजिश
बिहारशरीफ : छात्र जदयू के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपित को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है़ सदर डीएसपी निशित प्रिया ने बताया कि पुलिस ने मुख्य अभियुक्त दीपक कुमार को हरनौत से गिरफ्तार किया़ पूछताछ के दौरान दीपक ने इस हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. दीपक ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर छात्र जदयू नेता राकेश की हत्या अपने गांव डिहरा स्थित दालान में सिर कूचकर कर दी थी. इसके बाद धारदार हथियार से गर्दन काट दिया गया. शव को बेना थाने के एक खेत में गाड़ दिया गया. मृतक की बाइक को हरनौत रेल कोच फैक्टरी के समीप गरभूचक के तालाब में फेंक दिया गया था. पुिलस ने छानबीन के दौरान शव को बरामद िकया था.
टाइम लाइन
29 मई : छात्र जदयू नेता राकेश लापता
30 मई : हरनौत थाने में प्राथमिकी
31 मई : एसपी से मिले छात्र जदयू नेता
01 जून : हरनौत में सड़क जाम व आगजनी
02 जून : डिहरा में मिला कपड़ा व चप्पल
03 जून : अलीपुर पचौड़ा खंधा से मिला शव
04 जून : दंपति समेत पांच अभियुक्त गिरफ्तार
05 जून : गरभूचक तालाब से बाइक बरामद
छह लोग हुए गिरफ्तार
हत्याकांड में अबतक छह अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. गिरफ्तार अभियुक्तों में से हरनौत थाना क्षेत्र के मनीष कुमार, दिवाकर कुमार, सोनू कुमार, गोरे लाल यादव एवं खरूआरा के दिवाकर कुमार की पत्नी पुष्पा देवी शामिल हैं. इसके अलावे मुख्य अभियुक्त दीपक कुमार भी अब पुलिस के हत्थे चढ़ गया है.
वैज्ञानिक जांच में गोरे लाल की संलिप्तता उजागर
डीएसपी ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार गोरे लाल यादव की इस मामले में पूरी तरह से संलिप्तता उजागर हुई है. उन्होंने बताया कि हालांकि मृत राकेश के ससुर अविनाश कुमार द्वारा गोरे लाल के इस कांड में संलिप्त नहीं रहने की बात कही गयी थी. लेकिन मामले के वैज्ञानिक जांच में यह साक्ष्य मिला है कि गोरे लाल भी इस घटना में पूरी तरह संलिप्त रहा है. मृतक की हत्या के बाद शव को छिपाने में गोरे लाल भी सहयोगी रहा है. उन्होंने बताया कि गोरे लाल डकैती के एक मामले में जेल की हवा खा चुका है. वह दिल्ली में भी कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है. डीएसपी ने बताया कि करीब ग्यारह वर्षों बाद जब गोरे लाल घर वापस लौटा तो दुबारा ऐसी अप्रिय घटना को अंजाम दिया.
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